आतंकियों का ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी में था रांची का डॉक्टर, खतरनाक प्लानिंग जान ATS के भी उडे़ होश
आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कंटिनेंट (एक्यूआइएस) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से हिरासत में लिए गए आठ संदिग्धों में से पांच की विधिवत गिरफ्तारी हो गई है। उन्हें एटीएस ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया है। शेष तीन को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बरियातू से गिरफ्तार इस आतंकी गिरोह का मास्टर माइंड डा. इश्तियाक रांची के चान्हो के जंगल में आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र खोलने वाला था। इसके लिए उसने जमीन भी देख ली थी, जिसमें एक मदरसा संचालक मुफ्ती उसकी मदद कर रहा था।
इस प्रशिक्षण केंद्र में आतंकियों को हथियार का प्रशिक्षण दिलाया जाना था। उसके लिए हथियारों का जुटान भी किया जा रहा था। डा. इश्तियाक मुस्लिम युवाओं को बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर अपने जाल में फांसता था। उसने दो दर्जन से अधिक युवाओं को राजस्थान के आतंकी प्रशिक्षण केंद्र में हथियार चालन का प्रशिक्षण दिलवाया था।
एक्यूआइएस के संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में स्वीकारा है कि उनका एकमात्र उद्देश्य भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना था। वे देश में दंगा-फसाद करवाकर अशांत करने की योजना बना रहे थे। युवाओं को हथियार चालन का प्रशिक्षण देकर पूरे देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले थे।
आतंकियों की बड़ी फौज तैयार कर देश के भीतर आतंक मचाने के लिए उनकी अंदरखाने तैयारी चल रही थी। इसके लिए वे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से संपर्क में थे। पढ़े-लिखे युवाओं को अपने संगठन से जोड़ने के लिए वे उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे थे।