पटना पुलिस ने तीन ऐसे शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो फर्जी CBI अधिकारी बनकर राजधानी पटना सहित कई जिलों में लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने इन अपराधियों के पास से फर्जी CBI का पहचान पत्र, तीन पिस्टल, जिंदा कारतूस, सेना की वर्दी और "पुलिस" लिखी दो मोटरसाइकिल बरामद की हैं।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक वेब सीरीज देखकर इस अपराध की योजना बनाई थी। वे खुद को CBI अधिकारी बताकर लोगों को डराते और फिर पिस्टल के बल पर लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे।
डीएसपी साकेत कुमार ने जानकारी दी कि 10 मई को इन अपराधियों ने पटना में पारले-जी कंपनी के एक कर्मचारी से 17 हजार रुपये की लूट की थी। इस वारदात के बाद से पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में तीनों अपराधी गिरफ्तार किए गए।
अपराधियों ने स्वीकार किया है कि वे पटना ही नहीं, बल्कि बिहार के अन्य जिलों में भी कई लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं और पहले भी जेल जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे गांधी मैदान थाना क्षेत्र में तीन लाख रुपये की लूट की योजना बना रहे थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
फिलहाल पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है और इनके आपराधिक नेटवर्क के बारे में और जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।