लखनऊ विश्वविद्यालय प्रो आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में कार्य परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में माननीय कुलपति ने कार्य परिषद के सदस्यों को अवगत कराया कि कोविड-19 मे जिन छात्र-छात्राओं के माता अथवा पिता अथवा दोनों का ही निधन हो गया है, विश्वविद्यालय के कुलपति ने कार्यपरिषद की बैठक में एक छात्र ऐसे एक छात्र के शिक्षा का खर्च उठाने की घोषणा करते हुए विश्विद्यालय के अन्य सहयोगीजनों से इन मुहिम में आगे आने का अह्वान किया जिसपर रजिस्टारर चीफ प्रॉक्टर व अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने भी एक एक ऐसे छात्र के शिक्षा का खर्च वहन करने की घोषणा की। विश्विद्यालय ने ऐसे छात्रों की गूगल फार्म के जरिए सूचना प्राप्त की है। इसके अंतर्गत संबंधित छात्र की साल भर की फीस व अन्य शिक्षण शुल्क कुलपति एवं संबंधित शिक्षक वहन करेंगे।
कार्य परिषद की बैठक में जिन शिक्षकों अथवा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की कोविद-19 के कारण निधन हुआ, उनके आश्रित को शासकीय नियमों के अधीन नियुक्ति की संस्तुति की गई। विश्विद्यालय के परास्नातक के आर्डिनेंस को भी मंजूरी प्राप्त हो गयी जिसके अधीन लखनऊ विश्विद्यालय भारत का पहला विश्विद्यालय बन गया है जो सत्र 2020-21 में ही नइ शिक्षा नीति के अनुरूप फ्लेक्सिबल एंट्री एग्जिट लागू करने वाला पहला संस्थान बन गया है. इसके अतिरिक्त विश्विद्यालय में खुलने वाले फार्मेसी संस्थान को औपचारिक मंज़ूरी भी प्राप्त हो गई।
अराधना मौर्या