भाषा विवि में होगा ICES 2025: पर्यावरण और समाज पर वैश्विक शोधकर्ताओं का समागम
ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा 7वाँ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICES 2025) Environment and Society विषय पर भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य विषय Climate Change: Mitigation and Environmental Ethics for Human Well-being” निर्धारित किया गया है।
इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के आयोजन में मुख्य भूमिका में विश्वविद्यालय के
कुलपति प्रो. अजय तनेजा, कुल सचिव डॉ. महेश कुमार, वित्त अधिकारी श्री संजीव गुप्ता , परीक्षा नियंत्रक श्री विकास कुमार , उप कुलसचिव मो. सहिल, सहायक कुलसचिव श्री विनायक धर दुबे,
इन सभी अधिकारियों ने संयुक्त रूप से इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने की तैयारी और व्यवस्था का निरीक्षण किया तथा इसे विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक उपलब्धि बताया। इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य संयोजक डॉ नलिनी मिश्रा, शिक्षाशास्त्र विभाग तथा डॉ राजकुमार सिंह इतिहास विभाग है।
इस सम्मेलन का आयोजन भारत की कई प्रमुख वैज्ञानिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से किया जा रहा है, जिसमें सम्मिलित हैं:
* जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI), कोलकाता
* नेशनल रिसर्च लेबोरेटरी फॉर कंज़र्वेशन ऑफ कल्चरल प्रॉपर्टी (NRLC), लखनऊ
* उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड
* द अमेरिकन यूनिवर्सिटी, USA
* ECRD रिसर्च एंड एजुकेशन काउंसिल, हिसार (हरियाणा)
* Glocal Environment & Social Association (GESA), नई दिल्ली
सम्मेलन का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता, सतत विकास, मानव कल्याण तथा जलवायु परिवर्तन से निपटने हेतु वैश्विक रणनीतियों पर सार्थक चर्चा को बढ़ावा देना है। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में देश-विदेश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, शोधार्थी और शोध संस्थान भाग लेंगे।
सम्मेलन की प्रमुख थीमें:
1. जलवायु परिवर्तन, निवारण रणनीतियाँ और मानव कल्याण
2. पर्यावरणीय नैतिकता और मानव जिम्मेदारियाँ
3. नीति, सहयोग एवं सतत विकास लक्ष्य (SDGs)
4. पर्यावरणीय शिक्षा, जागरूकता और व्यवहारिक परिवर्तन
5. जैव विविधता, जल एवं वन्यजीव प्रबंधन
6. खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा
7. महिला एवं बाल स्वास्थ्य, आर्थिक सशक्तिकरण
8. विज्ञान और आधुनिक तकनीक की भूमिका
9. मीडिया और जनसंचार की भागीदारी
सम्मेलन में मौखिक एवं पोस्टर प्रस्तुति हेतु शोध सार आमंत्रित किए गए हैं। प्रतिभागी निर्धारित प्रारूप में अपना एब्स्ट्रैक्ट भेज सकते हैं।
सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ मौखिक तथा पोस्टर प्रस्तुतियों के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
यह सम्मेलन पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।