पुर्णिया - बच्चों को मोबाईल से दूर करने के लिए वॉल पेंटिंग के साथ साथ जागरूकता अभियान आयोजित

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Update: 2025-01-12 07:37 GMT
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Synopsis : पुर्णिया ,12 जनवरी (पीबीएनएस) : पुर्णिया का एक ऐसा पंचायत जहां के मुखिया का पहल गांव के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है । बच्चों को मोबाईल से दूर करने के लिए वॉल पेंटिंग के साथ साथ जागरूकता अभियान का सहारा लिया गया है । साथ ही किताब दान का अभियान चला कर लाइब्रेरी में पढ़ने की व्यवस्था की गई है । जिसका फलाफल है कि नियमित रूप से बच्चे मोबाइल से दूर रह कर पढ़ाई करते है । वॉल पर पेंटिंग कर मोबाइल के दुष्प्रभाव की जानकारी, अभियान चलाकर किताब इकट्ठा कर पुस्तकालय का निर्माण, बच्चों को खेलने के लिए बेहतर प्रबंधन और योग जैसे वॉल पेंटिंग बनाकर पूर्णिया के डिमिया छतरजान पंचायत के मुखिया अंगद मंडल इन दिनों सुर्खियों में है ।

इन्होंने अपने पंचायत में बच्चों को मोबाइल से दूर करने के लिए एक अभियान चला रखा है जिसका नतीजा है की पढ़ाई के वक्त बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते । अब तो बड़े बुजुर्ग भी इस आदत को जीवन में ढालने लगे हैं । लाइब्रेरी में पढ़ रहे छोटे-छोटे बच्चे बताते हैं की मुखिया जी द्वारा उनके माता-पिता को मोबाइल के दुष्प्रभाव की जानकारी दी गई और अब मम्मी पापा भी उन्हें मोबाइल से दूर रहने के लिए कहते रहते हैं । बच्चे बताते हैं की पढ़ाई के वक्त वे मोबाइल से दूर और किताबों से नजदीकियां बना लिया है। बच्चों के अभिभावक और ग्रामीण बताते हैं कि मुखिया जी का पहल अब रंग लाने लगा है । बच्चे मोबाइल से दूर हो रहे हैं और उनके अभिभावक भी बच्चों के लिए मोबाइल से दूरी बना रहे है ।

खासकर शाम के वक्त 2 घंटे नियमित रूप से गांव के लोग मोबाइल नहीं चलाते । वहीं मुखिया अंगद मंडल ने बताया कि मोबाइल के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए उनके द्वारा गांव में प्रबुद्ध जनों के साथ कई बैठके की गई । कई अभियान चलाए गए और लोगों को जागरूक करने के लिए वॉल पेंटिंग करवाया गया । साथ ही बच्चों को किताबों से जोड़ने के लिए लाइब्रेरी बनवाई गई । पहले यह अभियान महज 1-2 वार्डो से शुरू हुआ था लेकिन अब पूरे पंचायत के लोगों ने इसे अपना लिया है ।

बड़े को तो छोड़िए छोटे बच्चे भी अब मोबाइल से चिपके रहते हैं । उनके मम्मी पापा भी उन्हें मोबाइल दिखाकर चुप करा देते हैं । कई बार इसी बात का फायदा उठाकर बच्चे मोबाइल गेम के आदी बन जाते हैं और बच्चों के मानसिक विकास पर इसका बुरा असर पड़ता है । वही बच्चों में सामाजिक बदलाव भी नहीं हो पता है । ऐसे में मुखिया अंगद मंडल की पहल काबिले तारीफ है । जरूरत है और भी लोग इनके प्रयास पर अमल करें ।

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