हरियाणा में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के 64 और नए केस मिले हैं और करनाल में एक मरीज की मौत हो गई। गुरुग्राम में सबसे अधिक 31, हिसार 19, सिरसा 5, पानीपत 3, भिवानी-फरीदाबाद 2-2, फतेहाबाद-पंचकूला-रेवाड़ी-रोहतक-सोनीपत व यमुनागर में 1-1 ब्लैक फंगस का मरीज मिला है।
वहीं, जींद से 10 संदिग्ध मरीजों को पीजीआई रोहतक रेफर किया गया लेकिन इनकी पुष्टि नहीं हो सकी। राज्य में अब ब्लैक फंगस की चपेट में आ चुके लोगों की संख्या 332 हो गई है।
ब्लैक फंगस के गुरुग्राम में 32 और हिसार में 14 मरीजों सहित प्रदेश में कुल 64 मरीज और मिले। अब तक 16 जिलों में कुल 332 लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ चुके हैं जिनका इलाज मेडिकल कालेजों में स्थित अस्पतालों में चल रहा है।
हालांकि यह कोई नई बीमारी नहीं है, लेकिन नए हालात में यह इतनी तेजी से और इतने बड़े पैमाने पर फैली कि इसे काबू करना कठिन हो गया। महाराष्ट्र के कुछ जिलों से शुरुआत हुई, और देखते-देखते कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार, हरियाणा जैसे तमाम प्रांतों से इसके नए-नए मामले सामने आने लगे।
चूंकि इसमें मृत्यु दर अधिक है, इसलिए भी इसे लेकर लोगों में खौफ ज्यादा है। शुक्रवार को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश के लिए गंभीर चुनौती बताया। इससे पहले गुरुवार को ही केंद्र सरकार राज्यों से कह चुकी थी कि इसे महामारी घोषित करने में देर न करें। हालात की गंभीरता को देखते हुए राज्यों ने केंद्र की इस सलाह पर अमल भी शुरू कर दिया।
अराधना मौर्या