नई दिल्ली, 03 जनवरी हिंदुस्तानी वैक्सीन की मंजूरी ने कांग्रेस नेताओ को आक्रामक मोड़ में ला दिया है | कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओ शशि थरूर और जयराम रमेश ने सरकार से की जा रही जल्दीबाजी पर सवाल पूछा है \ उनका कहना है की तीसरे चरना के परिक्षण अभी हुआ नहीं और उससे पहले ही वैक्सीन को स्वीकृति दे दी गयी \ कही ये जल्दीबाजी हानिकारक न हो जाए \
इन नेताओं ने कोवाक्सिन के समय से पहले आपात इस्तेमाल की मंजूरी पर सवाल करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर कहा, ''कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का परीक्षण नहीं हुआ है। स्वीकृति समय से पहले मिली है और यह खतरनाक हो सकती है। डॉ. हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए। पूर्ण परीक्षण समाप्त होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए था। इस दौरान भारत एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ अभियान शुरू कर सकता है।''
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कोवैक्सीन को मिली मंजूरी पर अंगुली उठाते हुए कहा कि भारत बायोटेक प्रथम श्रेणी का उद्यम है लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि तीसरे चरण के परीक्षणों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। आखिर यह देशवासियों के जीवन का सवाल है। किसी प्रकार की त्रुटि के लिए अब कोई स्थान नहीं है।
हालांकि भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने रविवार को ऑक्सफोर्ड एवं एस्टाजेनेका के वैक्सीन 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक के 'कोवैक्सीन' के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
डॉ वीजी सोमानी, निदेशक,डीसीजीआई ने कहा कि दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इन वैक्सीनों की दो डोज इंजेक्शन से दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन पर देश में क्लिनिकल ट्रायल लगातार जारी रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ