प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां एक तरफ जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मुहैया कराने हेतु जिम्मेदारों को बराबर नसीहत देते रहते हैं, वहीं जिले के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता, असंवेदनशीलता के चलते स्वास्थ्य विभाग की आपात एम्बुलेंस सेवा खुद बीमार चल रही है।
सूत्रों की मानें तो समय से एम्बुलेंस वाहनों के मरम्मत व रख-रखाव न होने के चलते जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीजों को अस्पताल ले जाने की बजाय रास्ते में ही वाहन खराब होकर खुद बीमार हो जाते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिरकार सरकार द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं हेतु भारी पैमाने पर धन मुहैया कराने के बावजूद आखिरकार क्या जिम्मेदारों को शासन सत्ता का जरा सा भी भय नहीं है। समय रहते प्रदेश सरकार के मुखिया जौनपुर की दम तोड़ रही चिकित्सीय एम्बुलेंस सेवा मामले में फौरी कार्रवाई नहीं करते तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका दुष्परिणाम भाजपा को खुद भुगतना पड़ सकता है।