हार्ट अटैक और सामान्य चेस्ट पेन के दर्द में जानें फर्क,सतर्कता बचा सकती है जान
बिजी लाइफस्टाइल और खराब खान-पान के चलते हार्ट के मरीजों की संख्या पूरे विश्व में लगातार बढ़ रही है। ऐसे में सतर्कता बेहद जरूरी है। बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक से मौत की खबरें आईं। कई बार लोग समझ ही नहीं पाते कि उन्हें हार्ट अटैक हुआ है और जब पता चलता है तब तक बहुत देर हो जाती है। इस कन्फ्यूजन से बचने के लिए यहां सामान्य सीने के दर्द और हार्ट अटैक के दर्द में कुछ फर्क बताए जा रहे हैं। इन्हें समझकर आप समय रहते सही कदम उठा सकते हैं।
सतर्कता बचा सकती है जान
हार्ट अटैक होने पर सही वक्त पर इलाज मिले तो मरीज की जान बच सकती है। अब सवाल यह है कि कैसे पता चले कि सीने में होने वाला दर्द हार्ट अटैक ही है। हिंदुस्तान से बातचीत में दिल्ली के कंसल्टेंट फिजिशियन इंटेंसिविस्ट, डॉ अमरेंद्र झा में हार्ट अटैक और सामान्य सीने के दर्द में फर्क बताया।
उन्होंने कहा, अपने हाथ के दोनों पंजों की उंगलियों को आपस में फंसाकर सीने के बीच में रखें। अगर दर्द इतनी जगह घेरता है तो यह हार्ट अटैक का दर्द हो सकता है। इस दर्द में ऐसा लगेगा कि आपकी छाती को कोई फाड़ रहा है, भारीपन लग सकता है या ऐसा लगेगा कि आपके सीने पर कोई भारी चीज रख दी गई है। वहीं सामान्य दर्द में आप एक उंगली से भी इंडिकेट कर सकते हैं कि इस जगह दर्द हो रहा है। वह छाती में बड़े एरिया में फैला दर्द नहीं होता।
सीने से गर्दन तक बढ़ सकता है दर्द
हार्ट अटैक का दर्द एक जगह से दूसरी ओर बढ़ता है। सीने के बीच से आपके जबड़ों, गर्दन और लेफ्ट साइड में हाथ में फैलता महसूस होता है। सामान्य दर्द जबड़े या गर्दन की तरफ नहीं बढ़ता है। हार्ट अटैक वाला दर्द वजन उठाने या कुछ काम करने से बढ़ जाता है जबकि सामान्य दर्द वजन उठाने या कुछ काम करने से बढ़ता नहीं है। इसके अलावा कार्डिएक चेस्ट पेन ज्यादा देर के लिए होता है। अगर आपको या आपके किसी करीबी को इस तरह के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर हॉस्पिटल दूर है तो किसी डॉक्टर से फोन पर सलाह लेकर Tablet ecospirin 300mg stat या डिस्प्रिन की गोली चबाकर या पानी में घोलकर खा लें।