कान से जुड़े इस संकेत को ना करें नजरअंदाज, हो सकती है ये बीमारी, लापरवाही ना पड़ जाए भारी
क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो लंबे समय तक ईयरफोन या इयरबड्स लगा कर रखते हैं, जिसके चलते कानों में दर्द और झनझनाहट होने लगती है और आप इस दर्द को यूं ही नजर अंदाज कर देते हैं? तो जरा सावधान हो जाइए, क्योंकि कान का यह दर्द कई बार सिंपल नहीं होता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों की ओर इशारा करता है. तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कान की झनझनाहट में छुपे उस संकेत के बारे में जो एक गंभीर बीमारी की ओर इशारा करता है, जिन्हें पहचान कर आपको प्रॉपर ट्रीटमेंट लेने की जरूरत होती हैं.बिना किसी शोर के कानों में आवाज गूंजना कई बार ऐसा होता है कि हमारे कान में एक अजीब सी आवाज लगातार सुनाई देती है, जबकि आसपास के वातावरण में किसी प्रकार की कोई आवाज नहीं होती है.
अगर आपके कानों में इस तरह की आवाज लंबे समय तक सुनाई दें, तो यह टिनिटस यानी कि कान बजने के कारण हो सकता है. इस बीमारी में कान में तेज या धीरे से लगातार घंटी बजती है, जिसके कारण सिर दर्द भी हो सकता है, कानों में झनझनाहट होती है. यह टिनिटस के शुरुआती संकेत होते हैं और इसे हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. अगर लंबे समय तक कानों में इस तरह की घंटी बजती रहे, तो इससे कान डैमेज होने का खतरा भी होता है. क्यों होती है टिनिटस की समस्या अब बात आती है कि कानों में टिनिटस नाम की बीमारी क्यों हो जाती है? तो कई बार कानों में लंबे समय तक मैल जमा होता है जिससे टिनिटस की समस्या हो सकती है.
इसके अलावा कान में इन्फेक्शन होना, पस पडऩा, गंभीर चोट या संक्रमण के कारण पर्दे में छेद हो जाना होता है. इससे बचने के लिए कानों की प्रॉपर सफाई बहुत ज्यादा जरूरी है, लेकिन बार-बार इयरबड्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे कान के पर्दे डैमेज हो सकते हैं. कान बजने के अन्य कारण एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कान बजने के कुछ अन्य कारण भी होते हैं, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड का बढऩा, डायबिटीज, एनीमिया के कारण भी कई बार कान के बजने की समस्या होने लगती है.