7 स्तंभों के माध्यम से महिलाओं को नरेन्द्र मोदी ने बराबर भागीदारी दिलवाई : मनसुख मांडवीया
नई दिल्ली , 14 दिसंबर (आरएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 स्तंभों के माध्यम से महिलाओं को बराबर भागीदारी, सम्मान और न्याय दिलाकर उनको सशक्त किया है, ताकि आधी आबादी की योगदान को बढाकर नए भारत के निर्माण को तेज गति से की जा सके। मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने महिला सशक्तीकरण और विकास के लिए चहुंमुखी कार्य किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सफलता के नए आयाम छू रहा है और नए भारत का निर्माण हो रहा है।
महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए 7 स्तंभों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में 1- महिलाओं को सुरक्षा दी गई, 2- सशक्त और संबल कैसे बनाया जाए उसपर काम किया, 3- महिलाओं की समृद्धि के लिए कार्य किए गए, 4- महिलाओं को मुख्यधारा में लाया गया, 5- महिलाओं को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी, 6- महिलाओं को सम्मान दिया गया और 7- महिलाओं की बेहतर स्वास्थ्य के लिए विभिन्न योजनाएं लाई गई।
आजादी के 70 सालों बाद लिंगानुपात में आए सुधार पर हर्ष व्यक्त करते हुए श्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश की समृद्धि और विकास के लिए लिंगानुपात संतुलित होना जरुरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2014 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया गया, जिसके परिणाम बेहतर आयेऔर 120 वर्षों का इतिहास बदल दिया। 1901 में सेक्स रेशियो प्रति हजार पुरुषों पर 972 महिलाओं की संख्या थी और 2014 में महिला-पुरुष का लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 918 थी। पिछले साढ़े नौ सालों में NFHS-5 के सर्वे के मुताबिक अब प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं की संख्या हो गई है।
नरेन्द्र मोदी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा की योजनाओं की चर्चा करते हुए श्री मंडाविया ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए 118 हेल्पलाइन नंबर के 733 केंद्र चालू किए गए। महिला सशक्तीकरण को लेकर मिशन शक्ति शुरू की गई, नारी अदालत की व्यवस्था की गई, कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को कौशल युक्त किए गए और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। उद्यमी महिलाओं को ₹10 लाख से ₹1 करोड़ रुपए तक की वित्तीय सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की 68% लाभार्थी महिलाएं हैं, इससे महिलाएं सशक्त हुई। महिलाओं की समृद्धि और सशक्तिकरण की योजनाओं की ओर ध्यानाकृष्ट करते हुए श्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देशभर में लगभग 4 करोड़ आवास दिए गए और उनमें से 70% आवास महिलाओं के नाम से पंजीकृत हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 3 करोड़ महिलाओं को लाभान्वित हो रही हैं। आर्थिक सशक्तिकरण के लिए श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने लखपति दीदी योजना चलाई जिसके तहत दो करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा रहा है। वित्तीय समावेशन हेतु प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत जीरो बैलेंस पर खुलवाए गए बैंक खातों में से 55.8 प्रतिशत खाते महिलाओं की है। अत्याधुनिक तकनीक से महिलाओं को जोड़ने का जिक्र करते हुए श्री मंडाविया ने कहा कि देश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने “नमो ड्रोन दीदी योजना” शुरू की, जिसके तहत 15 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों को “ड्रोन” प्रदान किए जा रहें है और ड्रोन उपयोग का प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं।
भविष्य में 15 हजार महिला स्वयं सहायता की एक प्रशिक्षित महिला खेतों में जाकर नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और कीटनाशक का छिड़काव कर अपनी आमदनी बढ़ाएंगी। भारत सरकार की खाद कंपनियां नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन प्रदान करने के साथ ड्रोन उपयोग का प्रशिक्षण भी दे रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के साथ महिलाओं की राजनैतिक सशक्तिकरण हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित कराया, जिसके तहत विधानसभाओं और लोकसभा में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। मंडाविया ने कहा कि महिलाओं को बुनियादी सुविधा देने हेतु प्रधानमंत्री जी ने उज्जवला योजना के तहत लगभग 10 करोड़ से माताओं एवं बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन और सिलेंडर दिए गए।
उन्होंने कांग्रेस पर निशान साधते हुए कहा कि जब वे विधायक थे, उस वक्त कांग्रेस के शासनकाल में गैस सिलेंडर के लिए स्थानीय सांसद से बात करनी पड़ी थी तब जाकर गैस सिलेंडर मिला था। आज एक गरीबों के घर में बिना किसी सिफारिश के गैस सिलेंडर पहुंचाया जा रहा है, नए भारत में बहुत बड़ा बदलाव आया है। मनसुख मंडाविया ने बताया कि कांग्रेस शासन के दौरान घरों में पानी लाने के लिए महिलाओं को बर्तन लेकर दूर-सुदूर इलाकों में जाना पड़ता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में 10 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल पहुंचाया गया है। ग्रामीण पृष्ठभूमि के लोगों को ज्ञात होगा कि पहले गांवों में घरों में शौचालय न होने के कारण शौच के लिए महिलाओं को रात अंधेरा होने की प्रतीक्षा करनी पड़ती थी लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में लगभग 12 करोड़ इज्जतघर बनाकर महिलाओं की सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
स्वास्थ्य के प्रक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मंडाविया कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी जन औषधि केंद्र पर 1 रुपए में सैनिटरी पैड की सुविधा उपलब्ध कराया है, परिणामस्वरूप 35 करोड़ महिलाओं को सैनिटरी पैड उपलब्ध हो रहें है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में 20 से 25 % महिलाएं ही सैनिटरी पैड का प्रयोग करती थी जिसकी संख्या आज बढ़कर 55% से अधिक हो गई है और इसके परिणामस्वरूप महिलाओं को स्त्री रोग से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिल रही है। उन्होंने बताया कि नेशनल फैमिली हैल्थ सर्वे के अनुसार 2015-16 में स्टंटिंग 58% थी जो कि आज घटकर 35% पर आ गई है, वेस्टिंग 21% थी, जो आज घटकर 19% हो गई है और अंडरवेट की संख्या 35% थी जो कि घटकर 32% हो गई। इन आंकड़ों से ये स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो कदम उठाए गए हैं, उसके बेहतर परिणाम दिखने लगे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का प्रयास है कि 2047 यानि आजादी के शताब्दी वर्ष में विकसित भारत में महिलाओं की बराबर की भागीदारी हो और महिलाएं हर तरह से समृद्ध हों।