जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में मीडिया ब्रीफिंग कर जानकारी दी गई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने इस विशेष ऑपरेशन के बारे में बताया।
विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने, रोकने और प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि भारत का एक्शन नपातुला, जिम्मेदारी भरा और गैर-उकसावे वाला है। आयोजकों और फाइनेंसरों को जवाबदेह ठहराने का प्रयास था। भारत की कार्रवाई को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साथ ही कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच से साफ पता चला है कि पाकिस्तान के साथ आंतकवादियों के संपर्क उजागर हुए हैं। लश्कर द्वारा सोशल मीडिया हैंडलों द्वारा रिपोस्ट करना इसकी पुष्टि करता है। चश्मदीद गवाहों और अन्य सूचनाओं के आधार पर हमलवारों की पहचान की गई है। इस हमले की रूपरेखा आतंकवादियों के साथ जुड़े पाकिस्तान के लंबे ट्रेक रिकॉर्ड से भी जुड़ी हुई है।
इसके अलावा विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पहलगाम हमले को लेकर 25 अप्रैल को UNSC ने प्रेस वक्तव्य जारी किया था, जिसमें आतंकवाद के इस दंडनीय कार्य से जुड़े अपराधियों, प्रायोजकों और फाइनेंसरों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने पर जोर दिया गया था। उन्होंने साथ ही कहा कि भारत की आज की कार्रवाई इसी संदर्भ में है।