ओडिशा के कटक में महान ओडिया कवि और विद्वान सरला दास की 600वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि छात्रों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। छात्र अगर अपनी मातृभाषा में शिक्षित होते हैं तो उनकी प्रतिभा में सुधार होगा।
उन्होंने आगे कहा कि मातृभाषा को संरक्षित करना और भाषा पर गर्व महसूस करना हम सभी का कर्तव्य है। राष्ट्रपति ने कहा कि सभी को कई भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए इससे बौद्धिक विकास होता है। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कलिंग रत्न सम्मान प्रदान किया।