बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में कहा कि जातिवादी और अंबेडकर विरोधी ताकतें साम, दाम, दंड, भेद के जरिये बीएसपी को कमजोर करने में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि दलित और उपेक्षित वर्गों से जुड़े सांसद-विधायक अगर विरोधी पार्टियों से जुड़ते हैं, तो उन्हें सचेत रहने की जरूरत है।
मायावती ने अपील की कि बहुजन समाज को स्वार्थी और अवसरवादी संगठनों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि उनका बहुजन आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि बीएसपी बाबा साहेब अंबेडकर और कांशीराम के ‘बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय’ के मिशन को पूरी निष्ठा से आगे बढ़ा रही है और इसी रास्ते पर डटी हुई है।