गणेश चतुर्थी व्रत 15 अगस्त को पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार चतुर्थी तिथि 14 की देर रात 1.47 बजे लग रही है जो 15 को रात 12.40 बजे तक है। चंद्रोदय 15 अगस्त की रात 9.०४ बजे होगा। इस दिन प्रातः व्रतोजन को नित्य क्रिया से निवृत्त हो स्नान कर संकल्पवत व्रत व गणेश पूजन करना चाहिए। रात में चंद्रोदय के समय गणेश जी का विधिवत पूजन के साथ ही चंद्रमा को वंदन करना चाहिए।
भाद्र कृष्ण चतुर्थी पर संकष्ठी (बहुला) श्रीगणेश चतुर्थी का मान है।शास्त्र के अनुसार इस व्रत को उसी चतुर्थी में करना चाहिए जो चंद्रमा के उदय में व्याप्त हो।
क्योंकि संकष्ठी चतुर्थी की व्रत कथा में भाद्र कृष्ण चौथ को चंद्रमा का उदय होने पर विघ्न विनाशक प्रथम पूज्य गणेश जी के साथ चंद्र पूजन और अर्घ्य देने का विधान है।