यूरो कप 2020 के फाइनल मुकाबले में इटली ने इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। इटली की टीम ने दूसरी बार यूरो कप को अपने नाम किया है। घरेलू दर्शकों के सामने खेल रही इंग्लैंड अपने 55 साल के सूखे को खत्म करने में नाकाम रही। इटली ने फाइनल में जीत के साथ ही अपना विजय रथ भी जारी रखा है और यह टीम की लगातार 34वीं जीत रही। इससे पहले इटली ने साल 1968 में यूरो कप जीता था।
लंदन के वेम्बली स्टेडियम में खेले गए इस महामुकाबले में मेजबान इंग्लैंड को हार झेलनी पड़ी, जबकि इटली की टीम ने शूटआउट में खिताबी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। 52 साल के बाद इटली की टीम को यूरो कप जीतने का मौका मिला है। यूरो कप 2020 का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला गया।
लंदन के एतिहासिक वेंबली स्टेडियम में खेले गए इस महामुकाबले की शुरुआत में ही ल्यूक शॉ ने शानदार गोल कर इंग्लैंड को बढ़त दिला थी। पहले हाफ की समाप्ति तक इंग्लैंड ने इटली पर अपनी 1-0 की बढ़त बनाए रखा था। हालांकि, दूसरे हाफ की शुरुआत में इटली के लियोनार्डो बोनुची ने मैच के 67वें मिनट में गोल दागकर मुकाबले को 1-1 से बराबरी पर ला दिया।
इंग्लैंड के गोलकीपर पिकफर्ड ने गेंद को गोल पोस्ट में जाने से तो रोक लिया लेकिन गेंद छिटक गई और बोनुची ने मौके को भुनाते हुए गेंद को गोल में डाल अपनी टीम को मुकाबले में बराबरी दिला दी। 34 साल 71 दिन के बोनुची यूरो कप के इतिहास में फाइनल मुकाबले में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गए।