चिनहट। राजधानी के चिनहट क्षेत्र अमराई गांव, नौबस्ता मोड़, स्थित हिम स्टेट कॉलोनी, वार्ड नंबर 7, शहीद भगत सिंह वार्ड, खसरा संख्या 12 25, 26, जिसमें लगभग 4 बीघे का रकबा है। नगर निगम का बेतरतीब तुगलकी फरमान कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाने की कवायद उस समय रुक गई जब वहां पर निवास करने वाले 4 से पांच हजार लोगों ने स्थानीय युवा नेता शिवम राज सिंह शौर्य के नेतृत्व में इसका विरोध करना शुरू किया और नगर आयुक्त से लेकर उत्तर प्रदेश शासन तक को अपनी समस्या को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया।
जब लोग अपनी समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के पास पहुंचे तो उन्होंने समस्या का संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय लोगों से उनकी समस्या को सुना और जाना तथा चिनहट क्षेत्र के नौबस्ता मोड़ स्थित हिम स्टेट कॉलोनी पहुंचकर वहां पर कचरा ट्रांसफर स्टेशन को न बनने देने का आश्वासन दिया। अभी कुछ दिन पहले नगर निगम ने वहां अवैध रूप से बने दो घरों को डिमोलिश किया था। लेकिन उसके बाद नगर निगम ने उस जमीन की घेराबंदी करने का कार्य शुरू किया और कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाने की कवायद शुरू कर दी जो कि आसपास निवास करने वाले हजारों लोगों को नागवार गुजरा। स्थानीय निवासियों ने स्थानीय युवा नेता शिवम राज सिंह शौर्य के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर से मिलकर उनसे अपनी बात कही तो केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने स्वयं आकर मौके का मुआयना किया और उन्होंने कहा की कचरा ट्रांसफर प्लांट कॉलोनी में नहीं बनना चाहिए यह गलत है। इन्होंने कचरा प्लांट नहीं बनेगा ऐसा आश्वासन भी लोगों को दिया।
नगर आयुक्त व्यस्तता के चलते मौके पर नहीं पहुंचे लेकिन मौके पर आए सह नगर आयुक्त अभय पांडेय को मौके पर ही स्थिति और लोगों के हित को ध्यान में रखकर कार्य करने की बात केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कही। मौके पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के अलावा योगेश शुक्ला, धर्मेंद्र सिंह, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सह संयोजक उत्तर प्रदेश अवध क्षेत्र से मनीषा सिंह मनू, जितेंद्र रावत, दिनेश यादव, शिवम राज सिंह शौर्य, विनोद सिंह, जेपी पांडे, अरविंद यादव, विनोद तिवारी, गुरुशरण मौर्य, रितु कश्यप, के अलावा अमित यादव, विजय गुप्ता, चंदू सिंह, योगेश मिश्रा, अखिलेश सिंह, राम बहादुर सिंह, आजाद यादव, अखिलेश सिंह, उदय प्रताप सिंह, विनोद शुक्ला सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। सभी क्षेत्र वासियों ने फूल मालाओं से केंद्रीय मंत्री का स्वागत भी किया।
बॉक्स
कॉलोनी में कैसे बन सकता है कचरा ट्रांसफर प्लांट
अब सवाल यह खड़ा होता है की घनी आबादी वाले क्षेत्र में अगर कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाने का कार्य नगर निगम के अधिकारियों ने सोचा तो उन्होंने किन मानकों के अनुरूप लोगों के स्वास्थ्य को दरकिनार करते हुए, कचरा प्लांट से उत्पन्न होने वाली दुर्गंध, वायु प्रदूषण, तथा उससे उपजने वाले तमाम रोगों सहित तमाम चीजें जो आमतौर पर मानवीय हितों से सरोकार नहीं रखती ऐसी बातें अधिकारियों के दिमाग में क्यों नहीं आईं।
और क्यों हजारों लोगों की आबादी वाले क्षेत्र में कूड़ा कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाने के बारे में सोचा गया यह नगर निगम अधिकारियों के लिए बड़ा सवाल है। साथ ही यह अपने आप में जांच का विषय भी है। फिलहाल स्थानीय निवासियों ने इस पर मानक के अनुरूप स्वास्थ्य शिक्षा या पर्यावरण के दृष्टिगत मिनी स्टेडियम कल्याण मंडप अस्पताल या विद्यालय सहित किसी भी लोक कल्याण से सरोकार रखती बात का समर्थन करते हुए इसकी मांग की है। अब यह तो समय ही बताएगा कि आगे क्या होता है।