डीजल के बढ़ते दामों ने किसानों की तोड़ी कमर

Update: 2022-04-07 15:55 GMT



बाजार शुक्ल अमेठी।फसलों की लागत बढ़ने से किसान परेशान हैं। प्रकृति और महंगाई की मार झेल रहे किसानों को शासन की नीतियां भी दिक्कत में डाल रही हैं। उसको कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है। किसानों की आय दोगुनी करने के तमाम दावे धरातल पर फेल नजर आ रहे हैं। गेहूं की फसल लगभग तैयार है किसान कटनी की तैयारी में जुट गए हैं। इन सबके बीच हर रोज बढ़ रहे डीजल की कीमत में लोगों की चिंता बढ़ा दी गेहूं की मणाई कटाई पर सीधा असर देखा जा रहा है। थ्रेसर मड़ाई कटाई के लिए गत वर्ष की अपेक्षा सवाई अधिक राशि की मांग देखी जा रही है।

एक साल में गेहूं के समर्थन मूल्य में महज पचास पैसे किलो की बढ़ोतरी हुई, जबकि एक साल में डीजल 25 प्रतिशत चरम पर पहुंच गया है। इसके अलावा यूरिया और डीएपी के दामों में बढ़ोतरी की सूचनाएं किसानों की परेशानी बढ़ा रही हैं। रजबहा और माइनर की टेल तक पानी नहीं पहुंचता है। क्षेत्र में अधिकांश सिंचाई समरसेबल ट्यूबेल के सहारे होती है।

ऐसे में डीजल के चढ़े दामों ने खेती की कटाई मड़ाई की लागत भी बढ़ा दी है। इसके अलावा बीज व खाद तथा पेस्टीसाइट के दामों में भी बढ़ोतरी हुई। इससे कृषि लागत पहले की तुलना में बढ़ गई है।

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