मलिहाबाद के मोहल्ला शीतलन टोला में शीतला देवी मंदिर में जवाबी कीर्तन का आयोजन रात्रि के दौरान शुरू हुआ जिसमें मुकेश अकेला मलिहाबाद ,और कोमल क्रोधी लखनऊ , के बीच कड़ा मुकाबला हुआ
जवाबी कीर्तन के दौरान कोमल क्रोधी ने कीर्तन गाया कि लाल हो गई लाल लाल चुनरिया वाली इसका जवाब मुकेश अकेला ने गीत के माध्यम से दिया कि लाल हो गया लाल लाल लंगोटे वाला कीर्तन के इस गायन के दौरान इसका तात्पर्य यह हुआ कि महाभारत काल में द्रुपद की लाल सुता द्रोपदी के केस जब दुशासन ने खींचा तो उस समय वह लाल हो गई लाल चुनरिया वाली द्रोपदी लाल चुनरी पहने हुई थी वही मुकेश अकेला का भावार्थ यह था कि हनुमान जी अपने शरीर में पूरे लाल रंग का सिंदूर लगा लिया और वह स्वयं लाल हो गए व लाल लंगोट धारण किए हुए थे और सिंदूर व लंगोट से वह स्वयं लाल हो गए इसी प्रकार दोनों कीर्तन कारों के बीच सुबह तक कड़ा मुकाबला चलता रहा इसका समापन सुबह आयोजक मेवालाल कश्यप ने पुरस्कार देकर सम्मानित करते हुए समापन किया ।