कैसे सुधरे यातायात व्यवस्था जब ट्रैफिक बूथों के पास ही गाड़ी खड़ी कर भरी जा रही सवारियां

Update: 2022-04-16 10:38 GMT



 चिनहट। राजधानी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार यातायात की व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है जबकि सड़क के बीचो बीच कई जगह बने ट्रैफिक बूथों पर तैनात भारी-भरकम ट्रैफिक पुलिस, और होमगर्डों की टोली व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने के बजाय अव्यवस्थित करने में लगी रहती है। ट्रैफिक बूथ के बगल में ई-रिक्शा ऑटो और टेंपो खड़ी करके सवारी भरने का कार्य किया जा रहा है, और वह भी मेन चौराहे पर चाहे वह मटियारी चौराहा हो, चाहे चिनहट तिराहा हो या फिर कमता चौराहा, लेकिन ट्रैफिक बूथ पर तैनात सिपाही ना उसे मना करते हैं, और ना अवैध रूप से संचालित स्टैंडों पर इनकी कोई रोक-टोक है।

बाहरी नंबर देखकर आ जाते हैं फॉर्म में

अगर बात करें गाड़ी नंबर की तो यूपी 32 के अलावा कोई भी बाहरी नंबर देखकर उस वाहन के सामने तुरंत ही चौराहों पर तैनात सिपाही होमगार्ड ऐसे टूट पड़ते हैं जैसे उसने कोई बहुत बड़ा अपराध कर दिया हो। और बाहरी नंबर पर उनकी सख्त नजर बराबर रहती है। लेकिन अगर व्यवस्था की बात करें तो ट्रैफिक नियम का अनुपालन कराने में या फिर फर्जी वाहनों के स्टैंड पर या यातायात व्यवस्था तथा जाम के झाम को लेकर कभी भी इनको अपनी जिम्मेदारियों का एहसास नहीं रहता और ना ही कभी बहुत बेहतर करने की कोशिश की जाती है। अभी चंद दिनों पहले ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर पीयुष मोर्डिया ने भ्रष्टाचार में लिप्त ट्रैफिक सिपाही, होमगार्डों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का एक मैसेज दिया था। लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था में कुछ भी बदलाव नजर नहीं आ रहा है और ना ही ट्रैफिक कर्मियों में।

Similar News