बाबागंज/बहराइच।सीमावर्ती ब्लॉक नवाबगंज जनपद बहराइच के कस्बा बाबागंज में स्थित सिद्ध स्थल बाबा परमहंस कुटी के सुरम्य वातावरण में नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं श्रीमद् पावन प्रज्ञा पुराण की अमृतमई कथा का संगीतमय प्रवचन दिनांक 26 अप्रैल 2022 से लगातार शांतिकुंज हरिद्वार की टोली द्वारा किया जा रहा जो पूर्णाहुति हवन व दीपयज्ञ के साथ संम्पन्न हुआ गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा। कथा प्रारंभ दिवस से ही प्रवचन में टोली द्वारा बताया गया कि व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज एवं राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक देशवासी को अपने प्रयासों की आहुति देना परम आवश्यक है।संस्कारों के बिना मानव अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास नहीं कर सकता है।
उन्होंने परिवार में 16 संस्कारों की विधिवत चर्चा की। जिसे जीवन में उतार कर ही आदर्श जीवन की कल्पना की जा सकती है। सत्संगति द्वारा व्यक्ति अपने अंदर ब्रह्म ज्ञान सद चिंतन, लोक कल्याण की भावना का विकास कर सकता है, जिसके द्वारा समाज में फैली हुई अराजकता ,ईर्ष्या, द्वेष, लोक निंदा जैसी बुराई को समूल नष्ट किया जा सकता है। ज्ञानी ऋषि, मनीषियों ने समाज में उत्कृष्ट जीवन जीने की अनेक विधियां बतायीं हैं। जिन पर चलकर ही मानवता का कल्याण संभव है। सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मां कश्चित् दुख भाग भवेत्। ध्यानयोग, उपासना को हम अपने दिनचर्या में शामिलय करके व्यक्तित्व का निर्माण कर सकते है, भजन नहीं तो भोजन नहीं, उपासना नहीं तो शयन नहीं। उस परम सत्ता से संबंध स्थापित किया जा सकता है। टोली ने यज्ञशाला में परिजनों को दीक्षा संस्कार, पुंसवन संस्कार, और विद्यारंभ संस्कार भी करवाएं तथा माता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव और शक्ति स्वरूपा माता जी से आशीर्वाद प्राप्त करने को निर्देशित किया। युवा शक्ति ही हर देश की विकास की आधारशिला है। इसी तारतम्य में प्रवचन पांडाल में क्षेत्र के नवयुवकों की एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें व्यक्ति परिवार समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी युवकों को संकल्पित किया गया। इस अवसर पर बाबागंज गायत्री परिवार के अनेकों सदस्य क्षेत्र के अनेक परिजन श्रद्धालु उपस्थित होकर पुण्य के भागी बने।