नेपाल में पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से दिसंबर में नेपालगंज में लगेगा तीन दिवसीय पर्यटन मेला
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण जहा पूरे विश्व का पर्यटक क्षेत्र पूरी तरह ध्वस्त हो गया है वही नेपाल का पर्यटन क्षेत्र भी लगभग खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका है इस अस्त ब्यस्त हुए टूरिज्म को फिर से पटरी पर लाने के उद्देश्य से वेस्टर्न टूरिज्म मार्ट नेपालगंज बाँके के बैनर तले नेपालगंज के सिद्धार्थ होटल में संस्था की तरफ से आज एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम में भारतीय पत्रकारों को भी बुलाया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नेपाल में खत्म हो चुके पर्यटन को फिर से पटरी पर लाना है।इसी उद्देश्य से आगामी 14 दिसंबर से 16 दिसंबर 2021 तक इसी बैनर तले एक वृहद पर्यटन मेला का आयोजन किया जा रहा है।इस मेला मे भारत सहित नेपाल के पड़ोसी देश व एशिया के कई देशों के पर्यटन बोर्ड के लोगो, भारत के सभी प्रदेशो के पर्यटन बोर्ड के सदस्यों व भारत के कई बड़े नामी ट्रैवेल एजेंसीयो को बुलाकर नेपाली पर्यटन क्षेत्र के बारे में जानकारी देना व पर्यटन को बढ़ाने की संभावना व नेपाल के भौगोलिक सुंदरता को देखने के लिए प्रेरित करना है।इस कार्यक्रम को संबोथित करते हुए।
नाटा नेपाल के अध्यक्ष अच्युत गोरगायी ने कहा कि नेपाली सुदूर पश्चिम क्षेत्र में बहुत से पर्यटन क्षेत्र है हमारी सरकार को इस क्षेत्र को पर्यटकीय क्षेत्र में विकसित करने की आवश्यकता है और हम इस ओर काम कर भी रहे है, प्रेस कांफ्रेंस को लुम्बनी प्रदेश के वातावरण तथा वन मंत्री सुरेंद्र हमाल, नेपाल पर्यटन बोर्ड के सी ई ओ डॉ0 धनंजय रेग्मी ,नेपालगंज नाटा के जिला अध्यक्ष श्री राम सिकदेल,नेपालगंज उपमहानगर पालिका के मेयर डॉ0 धवल शमशेर राणा ने अपने संबोधन में कहा कि नेपाल में पर्यटन बढ़ाने के लिए अब हमें दुनिया के और देशो की तरफ न देखकर भारत की ओर देखना चाहिए क्योंकि भारतीय दुनिया के और देशो के मुकाबले अधिक धन खर्च करते है और वह हमारे पड़ोसी भी है अगर हम सिर्फ भारतीयों को अपने पर्यटन क्षेत्र के बारे में बता पाये तो नेपाल मे पर्यटन बहुत बढ़ जाएगा और भारतीयों को नेपाल आने में आसानी भी है इसलिए हमें सीमापर के पर्यटन के बारे में ही कार्य करना चाहिए और उनको नेपाल आने में सीमा पर जो परेशानी होती है उसको भी खत्म करने की आवश्यकता है।भारत नेपाल सीमा पर सरल आवागमन बनाने की आवश्यकता है कार्यक्रम के मुख्यातिथि लुम्बनी प्रदेश के वातावरण तथा वन मंत्री सुरेंद्र हमाल एवं अध्यक्षता नाटा के जिलाध्यक्ष श्रीराम सिकदेल ने किया व संचालन झवी शर्मा ने किया।