Film Studies - Page 2
मीडिया एवं संचार विद्यापीठ में हिंदी पटकथा एवं संवाद लेखन कार्यशाला का आयोजन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में हिंदी पटकथा एवं संवाद लेखन कार्यशाला का आयोजन किया गया । यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में दोपहर 2 बजे आयोजित हुआ ।कार्यशाला की शुरुआत में संकायाध्यक्ष प्रो गोविन्द जी पांडेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए...
How lighting creates mood in a cinematic frame ?
Analyzing lighting in a cinematic frame involves considering various elements such as थे color temperature, direction, intensity, and quality of light. Here are some steps you can take to analyze lighting in a cinematic frame:Consider the color temperature of the lighting. Color temperature refers...
PhD Scholarship - Sheffield Hallam University - Dept. Media, Arts and Communication
Cultural, Economic, and Community Impact of Independent CinemaExhibition: A Case Study of the Showroom Cinema and its Audiences1994-presentAbout the ProjectApplications are invited for a funded PhD scholarship, in collaborationwith the Showroom Cinema in Sheffield with experience of and/or...
एससीओ फिल्म महोत्सव में प्रौद्योगिकी के सामर्थ्य, वितरण के भविष्य और पारस्परिक सांस्कृतिक साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाया गया
शंघाई सहयोग संगठन फिल्म महोत्सव के तीसरे दिन फिल्म उद्योग से जुड़े विभिन्न हितधारकों ने सक्रिय भागीदारी की। 'डोन्ट बरी मी विदाउट इवान' जैसी फिल्मों की स्क्रीनिंग के दौरान कक्ष पूरा भरा हुआ देखा गया, वहीं वर्कशॉप और चर्चाओं के दौरान भी फिल्म महोत्सव काफी रोचक लगा। प्रदर्शित होने वाली अन्य फिल्मों में...
Meena Pandey | 31 Jan 2023 2:44 PM ISTRead More
एससीओ फिल्म महोत्सव में आयोजित मास्टरक्लास में भारतीय एनिमेशन के इतिहास और भविष्य को प्रस्तुत किया गया
एससीओ फिल्म महोत्सव में आयोजित मास्टरक्लास में भारतीय एनिमेशन के इतिहास और भविष्य को प्रस्तुत किया गया मुंबई में एससीओ फिल्म महोत्सव के चौथे दिन भारतीय एनिमेशन: इतिहास और भविष्य विषय पर एक मास्टरक्लास का आयोजन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता किरीट खुराना द्वारा किया गया। किरीट खुराना ने...
Meena Pandey | 31 Jan 2023 1:54 PM ISTRead More
एससीओ क्षेत्र में भारतीय सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता पर पैनल परिचर्चा आयोजित
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) फिल्म महोत्सव में आयोजित अब तक का पहला संवाद सत्र आज खचाखच भरा रहा। एससीओ क्षेत्र में भारतीय सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता पर चर्चा पैनलिस्ट फिल्म निर्माता एवं लेखक राहुल रवैल; फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी और जानी-मानी अभिनेत्री आशा पारेख ने की। व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल के...
Meena Pandey | 29 Jan 2023 11:17 AM ISTRead More
मिली – देखने लायक है फिल्म मिली : प्रो गोविंद जी पाण्डेय
कलाकार :जान्हवी कपूर,सनी कौशल,मनोज पाहवा,संजय सूरीनिर्देशक : माथुकुट्टी जेवियर भाषा :Hindi, Thriller, Drama अवधि:2 Hrs 9 Minमिली फिल्म वैसे तो २०१९ मे मलयालम मे प्रदर्शित फिल्म ' हेलेन' का रीमेक है पर इसके निर्देशक माथुकुट्टी जेवियर ही मूल फिल्म के निर्देशक हैं। 'मिली' में वे लीड रोल में जान्हवी...
फिल्म जगत में नई संभावनाएं तलाशती प्रौद्योगिकी दर्शाने के लिए एफटीआईआई द्वारा फिल्म प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का आयोजन
गोवा में 20 नवंबर से 28 नवंबर, 2022 तक आयोजित होने जा रहा भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) 2022, इस साल सिने प्रेमियों को नया और रोमांचकारी अनुभव प्रदान करेगा। इफ्फी 2022 के अंतर्गत भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) की ओर से फिल्म कला/सिनेमा और सौंदर्यबोध से संबंधित...
Managing Editor | 21 Nov 2022 3:01 PM ISTRead More
फ्रेंज ऑस्टिन ने १९३८ मे एक और कमाल की फिल्म भाभी का निर्देशन किया
फ्रेंज ऑस्टिन ने १९३८ मे एक और कमाल की फिल्म भाभी का निर्देशन किया है, जो उनके भारत मे व्याप्त सामाजिक समस्याओं पर पकड़ की एक और मिसाल है | इस फिल्म मे एक विधवा स्त्री को समाज किस तरह से प्रताड़ित करता है और उसकी मदद करने वालों को किस तरह समाज दुत्कार देता है, ये सब कुछ आपको इस फिल्म मे दिखाई पड़...
Managing Editor | 16 Nov 2022 3:27 PM ISTRead More
इतिहास से निकालकर : फ्रेंज ओस्टिन - भाग २, " दुनिया कहती मुझको पागल मै कहती दुनिया है पागल "|
१९३६ में ही एक और फिल्म आती है जन्मभूमि इस फिल्म के माध्यम से भी अंध विश्वास और जाति प्रथा पर प्रभावशाली तरीके से प्रहार किया जाता है | इसमें एक दृश्य है जिसमे एक व्यक्ति अत्यंत बीमार है और वो डॉक्टर अजय कुमार से कहता है कि वो जीना चाहता है पर डॉक्टर उसको बचा नही पाता | वही एक पागल स्त्री बाहर गाना...
Managing Editor | 31 Oct 2022 10:43 AM ISTRead More
फिल्म विश्लेषण भाग 3: फिल्मों में दिखाए गए संकेत को समझने के लिए उसके सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक कॉन्टेक्स्ट को ध्यान में रखना चाहिए : प्रो गोविंद जी पाण्डेय
फिल्मों में दिखाए गए संकेत को समझने के लिए उसके सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक कॉन्टेक्स्ट को ध्यान में रखना चाहिए। जिस तरह से हमने देखा की अ पोस्टमैन रिंग्स ट्वॉइस फिल्म में जिस समय मुख्य किरदार की एंट्री होती है और वह हीरोइन से मुलाकात करता है उस समय एक शॉट है जिसमें एक लिपस्टिक लुढ़कते हुए हीरो...
Managing Editor | 27 Oct 2022 4:28 PM ISTRead More
इतिहास से निकालकर : फ्रेंज ओस्टिन वो नाम है जिसके बिना भारतीय फिल्म इतिहास की कहानी अधूरी है : प्रो गोविंद जी पाण्डेय
फ्रेंज ओस्टिन वो नाम है जिसके बिना भारतीय फिल्म इतिहास की कहानी अधूरी है | जमर्नी के एक शहर म्युनिक , बवेरिया में २३ दिसम्बर १८७६ में जन्मे इस कलाकार ने भारत में फिल्म निर्देशक , कलाकार हिमांशु राय के साथ मिलकर फिल्म निर्माण में कई कीर्तिमान स्थापित किये है | जब १९२९ में उन्होंने ए थ्रो ऑफ़ डायस...
Managing Editor | 27 Oct 2022 1:40 PM ISTRead More