अखिलेश यादव और समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, पुलिस जीप जलाने वाले की तलाश जारी
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सोमवार को मचे बवाल के दौरान अपने घर के सामने धरना देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सोमवार देर रात पुलिस ने गौतमपल्ली थाने में उनके खिलाफ धारा-144 का उल्लघंन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। इसके अलावा एक और मुक़दमा अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस की गाड़ी जलाने का कराया है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को कल लखनऊ पुलिस ने उस वक्त हिरासत में ले लिया था जब वह लखीमपुर खीरी जाने के लिए अपने घर से निकले थे। इसके पहले उनके लखनऊ स्थित आवास के बाहर जमकर बवाल हुआ। लखीमपुर जाने से रोके जाने पर अखिलेश यादव धरने पर बैठ गए। इसी दौरान उनके घर के पास थाने के सामने एक पुलिस जीप में किसी ने आग लगा दी। देखते ही देखते जीप धू-धू कर जल उठी। सपाइयों ने कहा कि थाने के सामने खड़ी पुलिस जीप में पुलिस ही आग लगा सकती है।
हिरासत में लिए जाने से पहले अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए लखीमपुर की घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और डिप्टी सीएम केशव मौर्या के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को दो-दो करोड़ रुपए का मुआवजा तुरंत दिया जाए। लखीमपुर की घटना की जांच सीबीआई से कराई जाए। अखिलेश ने कहा कि अंग्रेजों ने भी किसानों पर इतना जुल्म नहीं किया था जितना भाजपा की सरकार कर रही है।
अखिलेश यादव बोले-पुलिसवालों ने खुद जलाई होगी जीप में आग
थाने के सामने खड़ी जीप में आगजनी के सवाल पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उल्टे पुलिसवालों पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि थाने के सामने आग लगी है तो फिर पुलिसवालों ने ही लगाई होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म ढा रही है। यह साफ हो गया है कि इस सरकार में कोई भी मारा जा सकता है।