एलयू: नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम बनाने की तैयारी

Update: 2021-06-08 15:34 GMT

नई शिक्षा नीति के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। लखनऊ विश्वविद्यालय पहले ही नई शिक्षा नीति के दिशा निर्देशों के अनुसार परास्नातक स्तर पर चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम शुरू कर चुका है जिसके तहत अंतर विभागीय अंतर विभागीय वैल्यू ऐडेड कोर्सेज डिजरटिशन इंटर्नशिप और फील्ड वर्क जैसे कोर्स लगभग हर विभाग में चलाए जा रहे हैं। 

इसी क्रम में विश्वविद्यालय के स्नातक छात्रों को भी वैश्विक शिक्षा व इंट्रडिसीप्लिनरी अप्रोच का लाभ प्राप्त हो इसलिए विश्वविद्यालय स्नातक स्तर पर भी नई शिक्षा नीति के तत्व को लाने जा रहा है। आज दिनांक 8 जून 2021 को हुए एक महत्वपूर्ण बैठक में 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर विस्तृत चर्चा की शुरुआत की गई।

उक्त बैठक में प्रोफेसर तृप्ता त्रिवेदी, प्रोफेसर आरके महेश्वरी, प्रोफ़ेसर अरविंद अवस्थी, प्रोफेसर सीपी सिंह, प्रोफेसर पूनम टंडन, प्रोफेसर राकेश चंद्र, प्रोफेसर मनुका खन्ना, प्रोफेसर विवेक प्रसाद, प्रोफेसर अरुण सेठी, प्रोफेसर अमिता बाजपाई और प्रोफेसर पीयूष भार्गव शामिल थे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रस्तुत स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम को संशोधित कर उसे नई शिक्षा नीति के अनुसार बनाने के लिए मेजर कोर्सेज के साथ माइनर इंटर डिपार्टमेंट इलेक्टिव भी विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए जाएंगे। 

साथ ही विद्यार्थियों के पास को करिकुलर कोर्स वोकेशनल कोर्स करने का भी अवसर होगा। विद्यार्थियों को प्रोग्रेसिव रिसर्च की तरफ अग्रसर करने के लिए 4 वर्षीय स्नातक के नए पाठ्यक्रम में माइनर प्रोजेक्ट व रिसर्च मेथाडोलॉजी भी पढ़ाई जाएगी और साथ ही इंटर्नशिप करने व डिजरटिशन लिखने का भी मौका दिया जाएगा। यह पाठ्यक्रम सेमेस्टर सिस्टम के अनुसार होगा और हर सेमेस्टर 24 क्रेडिट का होगा।

अराधना मौर्या

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