अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान द्वारा टी-सेल एवं उसकी प्रतिरोधक क्षमता विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सेंटर फाॅर सेलूलर थिरेपी, मेडिकल यूनिवर्सिटी आॅफ साऊथ कैरोलिना, अमेरिका के साइंटीफिक डायरेक्टर प्रो0 शिखर मेहरोत्रा रहे। उन्होंने शरीर में पाई जाने वाली प्रतिरोधक क्षमता के बारे में बताते हुए कहा कि टी-सेल हमारे शरीर में जीवाणु से होने वाली बहुत सी बीमारियों से लड़ने व उनसे सुरक्षा में सहायता करते है। उन्होंने कहा कि टी-सेल ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचाता है। परन्तु प्राकृतिक रूप से शरीर में पाई जानी वाली टी-सेल ट्यूमर को विभिन्न कारणों से समाप्त नही कर पाते। अतः इनकी क्षमता को जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से ट्यूमर जैसी बीमारी को समाप्त करना आसान है। उन्होंने बताया कि टी-सेल द्वारा कैंसर का भी इलाज किया जा सकता है। कार्यक्रम में प्रो0 मेहरोत्रा ने छात्रों को बताया कि उनके द्वारा एक हाडकिंग लिम्फोमा के मरीज का सफल इलाज अमेरिका में किया गया।
कार्यक्रम में सूक्ष्म जीव विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो0 तुहिना वर्मा द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि टी-सेल कई बीमारियों के उपचार में सहायक है। बीमारियों की सही पहचान होने पर इसके माध्यम से उपचार किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 रंजन सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डाॅ0 सोनी तिवारी, आजाद पटेल, अनिल कुमार सहित शोधार्थी मौजूद रहे।