छात्र-छात्राओं को अच्छे और बुरे स्पर्श को समझना होगाः डाॅ0 राम्या

Update: 2024-08-06 13:44 GMT

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत मंगलवार को सांय विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को ‘पोश एवं पोक्सो अधिनियम‘ से आॅनलाइन जागरूक किया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संगठन साक्षी ‘द रक्षिन प्रोजेक्ट’ की निदेशक डाॅ0 राम्या निसाल ने छात्रों को अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में बताते हुए कहा कि अभिभावक व शिक्षण संस्थानों को शिक्षा देनी होगी। उन्होंने पोश और पॉक्सो अधिनियम पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि यह अधिनियम यौन शोषण के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने बताया कि यौन शोषण एक बड़ी चिंता का विषय है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यौन उत्पीड़न, और अश्लील सामग्री के संरक्षण से बचाना है। साथ ही, बच्चों के हितों की रक्षा के लिए यह अधिनियम काफी प्रभावकारी है। यदि किसी छात्र और छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न होता है तो इसकी शिकायत की जा सकती है। इसमें पीड़िता का नाम गोपनीय रखा जाता है। इसके साथ ही उन्होंने विजुअल के माध्यम यौन उत्पीड़न, लिंग आधारित हिंसा और बाल यौन शोषण से सतर्क रहने के लिए समझाया।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की राज्य सम्पर्क अधिकारी प्रो0 मंजू सिंह ने बाल यौन उत्पीड़न को आज की भागदौड़ की जिदंगी का उपज बताया। इसके अलावा उन्होंने लोगों के मानसिक कुप्रभावों पर चर्चा की। कार्यक्रम में अवध विवि के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक प्रो0 अनुज कुमार पटेल ने अतिथि का स्वागत करते हुए इस अधिनियम‘ से सभी को जागरूक होने की जरूरत है। घर या कार्यस्थल पर किसी महिला के साथ यौन उत्पीड़न या अन्य मामले होते है तो इसकी तुरंत सूचना घर में या कार्य स्थल पर सक्षम अधिकारी को देनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन गुडिया दूबे व धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 अवधेश सिंह ने किया। कार्यक्रम में डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, डाॅ. श्रवण शुक्ला, डाॅ0 नीतू सिंह सहित बड़ी संख्या में सम्बद्ध महाविद्यालयों के एनएसएस के स्वयंसेवक व अधिकारी मौजूद रहे।

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