एमओयू होने से अनुसंधान कार्यक्रमों पर जोर होगाः कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एवं बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ के बीच शैक्षिक गतिविधियों के लिए समझौता किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल व बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एम. जी. ठक्कर के मध्य भू-वैज्ञानिक, भौगोलिक, पर्यावरणीय, जलवायु और पुराजलवायु अनुसंधान, छात्रों और संकायों के प्रशिक्षण के लिए एमओयू किया गया। कुलपति प्रो0 गोयल ने बताया कि बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ के मध्य पांच वर्ष के लिए अनुबंध-पत्र पर हस्ताक्षर किए गए है। इससे दोनों संकायों और छात्रों के बीच शैक्षिक गतिविधियों में सहयोग और अनुसंधान कार्यक्रमों में अनुभवों का आदान-प्रदान किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त दोनों की साझेदारी से ही सेमिनार, कार्यशालाएँ, अल्पकालिक प्रशिक्षण, ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण और ऐसी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
वहीं बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान, लखनऊ के निदेशक प्रो. एम. जी. ठक्कर ने बताया कि संयुक्त समझौते के तहत अनुसंधान के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जायेंगे। इससे संकायों के साथ विद्यार्थी भी लाभान्वित होंगे। अनुसंधान परियोजनाओं को पूरा करने में मजबूती मिलेगी। इसके अतिरिक्त अनुबंध के नियमों का अनुपालन किया जायेगा। मौके पर वैज्ञानिक प्रो. जसंवत सिंह, डॉ. अनुपम शर्मा, डाॅ. सुधा तिवारी, डाॅ. शिल्पा पाण्डेय, प्रो0 उपमा चतुर्वेदी, डाॅ. गीतिका श्रीवास्तव, डाॅ. अनुमेहा शुक्ला, प्रो0 सुमन मिश्रा, बिन्दु सुराज, विद्या लीना बावडेकर सहित अन्य मौजूद रहे।