अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा ललित कला विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ’’एक जिला एक उत्पाद के द्वारा आय एवं रोजगार के सृजन’’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो0 सुधीर कुमार शर्मा, प्राचार्य गन्ना कृषक पी0जी0 कालेज, पीलीभीत एवं उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड आर्थिक संघ के कार्य परिषद सदस्य द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
उन्होंने ’एक जिला एक उत्पाद’ में अयोध्या जिले के गुड उत्पादन पर चर्चा करते हुए बताया कि पीलीभीत जनपद मंे भी गन्ने का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में होता है। पीलीभीत जनपद के कृषक गुणवत्ता आधारित जैविक गन्ना उत्पादन के साथ गुड के उत्कृष्ट विभिन्न उत्पादों को बना रहे है, जिससे उनके आय एवं रोजगार के स्तर में दो से तीन गुनी की वृद्धि हुई है। हालाकिं पीलीभीत जनपद का ’एक जिला एक उत्पाद के अन्तर्गत बासंुरी को चयनित’ किया गया है। बांसुरी के उत्पादन एवं विपणन से पीलीभीत के कर्मकार आय एवं रोजगार के स्तर को बढ़ाने में सफल हुए है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में जब से एक जिला एक उत्पाद की बात की गई है, तब से लेकर आज तक रोजगार की संभावनाओं में वृद्धि के साथ-साथ स्वास्थवर्धक गुणवत्ता आधारित उत्पादों की उपलब्धता बढ़ी हैं। परिणामस्वरूप बाजारों का विस्तार हुआ हैं एवं लोगो के आय के स्तर में वृद्धि हुई है। ललित कला की सहायक आचार्य डाॅ0 सरिता द्विवेदी ने बांसुरी के कलात्मक डिजाइन एवं आकर्षक रगांकन के विभिन्न आयामों से छात्र-छात्राओं को परिचित कराया।
कहा कि यदि हम परम्परागत बांसुरी के स्वरूप को विभिन्न प्रकार की कला विधियों द्वारा आधुनिकी एवं उन्नतशील बनाए तो हमें बांसुरी की बाजार कीमत में 60 से 80 प्रतिशत की वृद्धिशील कीमत प्राप्त हो सकती है, जिससे पीलीभीत जनपद के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था का भी उन्नयन सुनिश्चित होगा। पीलीभीत से पधारी डाॅ0 आंशिका ने बताया कि ’एक जिला एक उत्पाद’ के द्वारा कुटीर एवं गृह उद्योग को विकसित करने से पर्याप्त संभावना प्राप्त हुई है। संगोष्ठी की आयोजन सचिव अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग की सह आचार्य डाॅ0 प्रिया कुमारी ने अतिथियों का स्वागत किया एंव संचालन किया। संगोष्ठी में अर्थशास्त्र विभाग की डाॅ0 अलका श्रीवास्तव ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।