मनुष्य के जीवन में पंचकोश सम्बलः प्रो0 प्रशांत राय
योग संपूर्ण समाज की अनिवार्यताः प्रो0 एसएस मिश्र
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा, खेल एवं योग विज्ञान संस्थान में पीएम उषा के सॉफ्ट कॉम्पोनेंट्स के अंतर्गत ‘दैनिक जीवन में योग विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि अनंत श्री पंचकर्म क्लिनिक एवं आयुर्वेद शोध केंद्र अयोध्या नितेश दूबे ने विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को योग एवं आयुर्वेद से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन विद्या योग और आयुर्वेद है। यह भारत ही नहीं अपितु सारा संपूर्ण विश्व को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करा रहा है।
इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता गांधी पीजी कॉलेज आजमगढ़ के प्रो0 प्रशांत राय ने पंचकोश पर बोलते हुए बताया कि मनुष्य जीवन में पंचकोश न केवल शरीर के स्वास्थ्य हेतु अपितु मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सबल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मनुष्य शरीर में अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय एवं आनंदमय पंचकोश होते हैं जिनका शोध जागरण करके मनुष्य न केवल स्वास्थ्य अपितु जीवन का परम लक्ष्य मोक्ष व परमानंद की प्राप्ति कर सकता है। अंत उन्होंने अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, और विज्ञानमय अन्य से परिचित कराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के संस्थान के निदेशक प्रो0 एस. एस. मिश्र ने बताया कि आज दैनिक जीवन में योग प्रत्येक मनुष्य एवं संपूर्ण समाज की अनिवार्य आवश्यकता है। सर्वोचित आहार शैली सोना, जागन, चिंतन, कर्म, आचरण अपना कर समग्र स्वास्थ्य को प्राप्त कर सकता है। क्योंकि इस शरीर में साक्षात ईश्वर का वास होता है अतः अति का सर्वत्र त्याग करके युक्त जीवन शैली अपनाना चाहिए। इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान के डॉ. अर्जुन सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन अनुराग सोनी द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्थान के डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ. कपिल राणा डॉ . अनुराग पांडे डॉ. त्रिलोकी यादव, डॉ. मोहिनी पांडे, सुश्री स्वाति उपाध्याय, कुमार मंगलम सिंह, डॉ . देवेंद्र वर्मा, संघर्ष सिंह, सुश्री गायत्री वर्मा, श्री आलोक तिवारी, श्री दिवाकर पांडे समस्त विद्यार्थी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।