बाल अधिकारों के समर्थन में नीले प्रकाश में रोशन हुई लखनऊ की प्रमुख इमारतें और यूनिसेफ कार्यालय
विश्व बाल दिवस पर यूनिसेफ़ के आह्वान पर श्री विजय विश्वास पंत, मंडलायुक्त लखनऊ और स्मार्ट सिटी लिमिटेड लखनऊ द्वारा लखनऊ की प्रमुख इमारतों जैसे शहीद स्मारक विधान सभा, डीआरएम ऑफिस, लखनऊ नगर निगम ऑफिस, आदि को १९ और २० नवम्बर को नीली रौशनी से जगमगाया
विश्व बाल दिवस (20 नवम्बर) के उपलक्ष्य में, दुनिया भर की तरह भारत में भी कई प्रमुख इमारतें कुछ दिनों के लिए नीली रोशनी से जगमगाती हैं, ताकि बच्चों और उनके अधिकारों के प्रति एकजुटता दिखाई जा सके।
डॉ. ज़कारी एडम, राज्य प्रमुख, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश ने सभी बच्चों और बड़ों को विश्व बाल दिवस की शुभकामनाएँ दीं और श्री विजय विश्वास पंत, मंडलायुक्त लखनऊ एवं चेयरपर्सन, स्मार्ट सिटी लिमिटेड को #GoBlue For Child Rights पहल में उनके समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद दिया।
‘नीला’ रंग बच्चों के अधिकारों का प्रतीक माना जाता है।
भारत भर में यूनिसेफ के कार्यालय भी #GoBlue होते हैं।
विश्व बाल दिवस को अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार सप्ताह भी कहते हैं
यह दिन हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 20 नवम्बर 1989 को बाल अधिकार समझौता (CRC -कन्वेंशन ऑन द राइट्स ऑफ़ द चाइल्ड ) को अपनाये जाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
भारत सरकार ने 1992 में CRC को अंगीकृत किया और देश भर में राज्य सरकारों के साथ बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्ध है,
यह जानकारी निपुण गुप्ता, कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट, यूनिसेफ उत्तर प्रदेश ने दी।
UNICEF सभी लोगों से आह्वान करता है कि वे अपने आसपास के बच्चों के साथ विश्व बाल दिवस मनाएँ और यह संकल्प लें कि वे #EveryRight #ForEveryChild को सुरक्षित करने, आगे बढ़ाने और सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाएँ, खासकर उन बच्चों के लिए जो हाशिए पर हैं।