नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा के बयान से अचंभित चीन, कहा... मेरी पार्टी पॉलिटिक्स से दूर रहे।

Update: 2020-11-28 13:45 GMT


इन दिनों सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि बाकी देशों में भी राजनीतिक सियासत जोरो  पर है। नेपाल के प्रधानमंत्री ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की पॉलिटिक्स से दूर रहने की सलाह दी। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने बीते सप्ताह हुई चीन की राजदूत होउ यान्कि से कहा कि वह अन्य देशों की सहायता के बिना ही अपने पार्टी के भीतर हो रही चुनौतियों को संभालने में सक्षम हो चुके हैं। उन्हें किसी देश की विशेष तौर पर आवश्यकता नहीं। केपी शर्मा का यह बयान चीन के लिए चिंताजनक बात बन चुका है।

प्रेस वार्ता में अधिकारियों ने बताया कि उनके इस बयान का कारण उन्हीं की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में होने वाली घटनाएं हो सकती हैं। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल के नेतृत्व में पार्टी का एक गुट प्रधानमंत्री के विपक्ष में खड़ा है। बीते दिनों खबरों के अनुसार केपी शर्मा के समर्थकों ने बताया कि वह पार्टी के विभाजन को लेकर तैयार है जिसको चीन निरंतर टालने की कोशिश कर रहा है। बीते वर्षों में चीन को शांति दूत के रूप में भी नेपाल में कार्य करते देखा गया है जो कि एनसीपी का समर्थन था।

नेपाल के प्रधानमंत्री के रवैया में बदलाव उसी समय आया जब वह नई दिल्ली में मतभेदों को सुलझाने तथा दोनों देश के विकास की बात करने के लिए आगे कदम बढ़ा रहे थे। नेपाल के राजदूत ने बताया कि उनके इस बदलाव का कारण राष्ट्रीय एजेंडा को पुनः प्राप्त करना हो सकता है।

दिलचस्प बात यह है कि चीन के रक्षा मंत्री नेपाल दौरे पर जाने वाले हैं और ऐसा माना जा रहा है कि एनसीपी के मुद्दों पर बात भी हो सकती है। बीते कुछ महीनों में नेपाल का रवैया भारत के साथ भी अच्छा नहीं था अब देखना यह है कि उनके इस बयान के बाद उनके दिल्ली दौरे का क्या नतीजा आता है।

आपको बता दें कि इससे पहले चीन की राजदूत से हुई वार्ता के दौरान उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की पॉलिटिक्स से दूर रहे हमें किसी की या किसी भी देश की आवश्यकता की जरूरत नहीं है हम अपनी पार्टी के संबंध खुद सुधारने में सक्षम है।

नेहा शाह

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