पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस्लामिक देशों मे जम्मू कश्मीर मुद्दे पर बताया बड़ी जीत - उड़ने लगी हंसी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी छोटी सी कार्यवाही को भी बड़ी जीत का नाम देने से पीछे नहीं हटते हैं।
जरा सी प्रकार को भी वह अपनी बड़ी जीत शामिल करने का मौका कभी नहीं छोड़ते। इस्लामिक सहयोग संगठन के प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर के जिक्र को अपनी बड़ी जीत बताया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि- नाइजर की राजधानी नियामी में हुए इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान जम्मू कश्मीर के मुद्दों को नियामी की बैठक में विशेष दर्जा प्राप्त हुआ। हालांकि सच इससे बिल्कुल परे है पाकिस्तान हमेशा से जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन से एक अलग से बैठक करवाने की मांग करता रहा परंतु संगठन द्वारा हमेशा से उनकी मांगो को नकारा गया।
रविवार शाम को वही बैठक में महमूद कुरैशी ने जो कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री हैं उन्होंने ट्वीट करके बताया कि कैसे इस्लामिक देशों किस समिति ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे को एक विशेष दर्जा दिया परंतु इस्लामिक सहयोग संगठन ने इससे इंकार कर दिया। जिससे पाकिस्तान की विदेश मंत्री महमूद कुरैशी शर्मसार हो गए।
पाकिस्तान हमेशा से धारा 370 हटाने के बाद इस्लामिक सहयोग संगठन के साथ एक अलग बैठक जम्मू कश्मीर के मुद्दों पर करना चाहता था। परंतु उनके इस प्रस्ताव को हमेशा ठुकरा दिया गया।
हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने अपनी सीमा लाँघ कर इस्लामिक देशों को चर्चा करने की धमकी दी जिससे सऊदी अरब के मिजाज गरम हो गए तथा वह बैठक आज तक नहीं हो पाई।
दिल्ली को इस बात से हैरानी नहीं होगी क्योंकि पाकिस्तान ऐसी हरकतें कई बार कर चुका है।
रविवार शाम को इस्लामिक देशों की बैठक में शामिल होने के बाद इमरान खान ने जम्मू कश्मीर के मुद्दों का ज़िक्र इस्लामिक सहयोग संगठन में होना एक बड़ी जीत बताया जिसको इस्लामिक संगठन द्वारा नकारा गया।
नेहा शाह