पड़ोस में चल रहा है खतरनाक खेल , सी जिनपिंग ने भरी सभा से पूर्व राष्ट्रपति हु जिन्ताहो को बाहर किया
हमारे पड़ोस में कुछ खतरनाक हो रहा है। चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को सबसे अहम मीटिंग के बीच मे जबरन खींचकर बाहर ले जाया गया। शी की तीसरी ताजपोशी के ठीक पहले हू को बंधक बनाना हतप्रभ करता है। ऐसी घटनाएं सद्दाम हुसैन के समय हुआ करती थी। चीन अब सम्पूर्ण तानाशाही की ओर अग्रसर है pic.twitter.com/mRhc6ubB1u— Brajesh Misra (@brajeshlive) October 22, 2022
घटनाक्रम जिस तरह से ग्लोबल राजनीति में मोड़ ले रहे है उससे हमे सतर्क रहने की जरुरत है | अभी से कुछ दिन पहले चीन के राष्ट्रपति सी जिनपिंग को बंधक बनाने की खबर आई तो विश्व में सब आश्चर्य में पड़ गये थे पर अब जब चलती मीटिंग से चीन के पूर्व राष्ट्रपति को बाहर किया जाता है तो बिखरी कड़ियों को जोड़ने का समय आ जाता है |
अब सी पहले से भी बड़े और अधिनायक बनने की ओर बढ़ रहे है और चीन की एलएसी पर जिस तरह से हरकते है उससे भारत को चौकन्ना हो जाने की जरुरत है | चीन कई मौको पर फेल हो चुका है और वैश्विक राजनीति में भारत का रूस का साथ देने के कारण अमेरिका और यूरोप नाराज चल रहे है |
इसका सबसे बड़ा उदाहरन ऍफ़एटीऍफ़ से पकिस्तान का बाहर आना है जो भारत की पहले के दोस्तों से दोस्ती में खटास की ओर इशारा कर रहा है | अब चीन पकिस्तान को मोहरा बना कर सीमा पर दो मोर्चा खोल सकता है | चुकि पूरा विश्व युक्रेन युद्ध में नंगा हो चुका है और सब को ये पता चल गया है कि अगर अपनी संप्रभुता बरक़रार रखनी है तो अपनी ताकत को बढ़ाना होगा |
अब भारत लगातार एशिया ही नही विश्व में चीन को टक्कर दे रहा है | एक तरफ चीन का व्यापार पहले से कमजोर हुआ है तो दूसरी तरफ सी जिनपिंग की अति आक्रामक नीतियों के कारण उसे पुरे विश्व में अलग - थलग रहना पड़ रहा है | पर इस समय की वैश्विक स्थिति में चीन किसी भी तरह का एडवेंचर कर सकता है | इस लिए पडोस के घटना क्रम और अपनी तैयारी दोनो पर ध्यान देने की जरुरत है |