तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद हर तरफ सिर्फ तबाही का मंजर दिख रहा है. इमारतों के मलबों से शवों के निकलने का सिलसिला जारी है. सीरिया में हरम शहर के पास छोटा सा गांव है बेसनया-बसईनेह. यहां भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई.
जब रेस्क्यू टीम यहां पहुंची. लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो किसी चमत्कार से कम नहीं हैं. एक बच्ची और उसके भाई को मलबे में जिंदा दबा देखकर रेस्क्यू टीम चौंक गई. बच्ची ने बचावकर्मी से कहा, मुझे यहां से बाहर निकाल लें, आप जो कहेंगे मैं करूंगी, जीवन भर आपकी नौकर बनकर रहूंगी.
उत्तरी सीरिया में भूकंप के 36 घंटे बाद मलबे में दबे भाई-बहन को जिंदा निकाला गया. बच्ची का नाम मरियम है.और मरियम के भाई का नाम इलाफ है. मुस्तफा जुहैर अल-सईद ने बताया कि उसकी पत्नी और तीन बच्चे सो रहे थे. तभी ये भूकंप आया. हमने महसूस किया. इसी बीच घर का मलबा हमारे ऊपर गिरने लगा. हम दो दिन तक मलबे में दबे रहे. तो जोर जोर से कुरान पढ़ रहा था और प्रार्थना कर रहा था, ताकि कोई उनकी आवाज सुनकर उनकी मदद करे. मुस्तफा जुहैर और उनका परिवार जब मलबे में दबा था, पहले उन्हें, उनकी पत्नी को रेस्क्यू किया गया. इसके बाद उनके बच्चों को बचाया गया. इस दौरान मैंने सिर्फ यही सोचा कि किसी के साथ ऐसा न हो. उन्होंने रेस्क्यू करने वालों को धन्यवाद कहा.
[मनीष सिंह]