अमेरिका में गर्भपात पर लगी सुप्रीम रोक , मचा हड़कंप तुरंत बंद हुए क्लीनिक, जाने मामला
अमेरिका में गर्भपात को लेकर बने कानून दशकों पुराने कानून को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया है। कानून के पलटते ही अमेरिका में हंगामा मच गया। प्रदर्शनकारी अलग अलग शहरों में कोर्ट के इस फैसले के विरोध में उतर पड़े। कोर्ट ने फैसला किया है कि अमेरिका में महिलाओं के गर्भपात करवाने का अधिकार कानूनी रहेगा या नहीं यह निर्णय अब अलग अलग राज्यो के आधार पर निर्धारित होगा। राज्य अपने यहाँ गर्भपात को लेकर अलग अलग नियम व कानून बना सकते हैं।
माना जा रहा है कोर्ट के इस फैसले के बाद अमेरिका के आधे से ज्यादा राज्य गर्भपात को लेकर अपने कानून बना सकते हैं। वही 13 राज्य अमेरिका में पहले से ही गर्भपात को अवैध बता चुके हैं। जो कानून अमेरिका में कोर्ट के फैसले के बाद लागू हो जाएंगे। जानकारी के लिए बता दें अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को 50 साल पुराने रो बनाम वेड मामले में आए फ़ैसले को पलट दिया है जिसके ज़रिए गर्भपात कराने को क़ानूनी करार दिया गया था और कहा गया था कि संविधान गर्भवती महिला को गर्भपात से जुड़ा फ़ैसला लेने का हक़ देता है।
कोर्ट के इस फैसले के बाद अमेरिका में हंगामा मचा हुआ है लोग सड़कों पर उतरे है वही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि कोर्ट का यह फैसला उसकी बड़ी भूल है। वही अगर हम अमेरिका की बात करे तो कोर्ट के इस फैसले के बाद वहां अबॉर्शन क्लीनिक बन्द हो रहे हैं। क्योंकि कोर्ट के फैसले के बाद अमेरिका में अबॉर्शन करवाना प्रतिबंधित हो गया है और जैसे ही कोर्ट ने गर्भपात के संदर्भ में अपना फैसला ऑनलाइन पोस्ट किया अबॉर्शन के संदर्भ से जुड़े क्लीनिक बन्द होने लगे। क्लीनिक का स्टाफ अपने यहाँ आने वाले पेसेंट के अपॉइंटमेंट कैंसिल करने लगा और उन्हें बताने लगा कि कोर्ट के फैसले के बाद अब गर्भपात करवाना प्रतिबंधित है। लोग एंट्री अबॉर्शन प्रकिया का जश्न मना रहे हैं।
लेकिन जो लोग इस फैसले का विरोध कर रहे हैं उन्होंने कहा यह गलत है कोर्ट ने बिना विचार किए फैसला लिया है कोर्ट के इस फैसले से महिलाओं का स्वास्थ्य प्रभावित होगा और अमेरिका में जनसंख्या वृद्धि भी हो सकती है। कोर्ट ने गर्भपात को अवैध बताकर महिला के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है। कोर्ट के इस फैसले का अमेरिका के 50 से ज्यादा शहरों में प्रदर्शन हो रहा है। कई लोगो ने गर्भपात को पूरी तरह कानूनी करने की बात कही लेकिन कई लोग इसे अवैध बताकर कोर्ट के समर्थन में है। अमेरिका के राष्ट्रपति लगातार कोर्ट के फैसले के विरोध में ट्वीट कर रहे हैं उन्होंने कहा इस फ़ैसले से विचारधारा की कट्टरता का एहसास होता है और सुप्रीम कोर्ट का यह फ़ैसला बेहद दुखद है।
https://twitter.com/POTUS/status/1540380588619735040?t=X1-I_iCeBtpiwQt3lQCS5Q&s=१९
It's a sad day for the country.
— Joe Biden (@JoeBiden) June 24, 2022
Nearly 50 years ago, Roe vs. Wade was decided. Today, the Supreme Court of the United States expressly took away a constitutional right from the American people.
Personal freedoms are on the ballot this fall.
प्रियांशी सिंह