अगर देश के मुस्लिम बुद्धजीवी आगे आ कर फ्रांस जैसी घटना की निंदा नही करंगे तो समाज में कट्टरता बढ़ेगी
फ्रांस के एक शिक्षक का गला काट दिया और उसकी निर्मम हत्या कर दी गयी \ उनका गुनाह यही था की उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बताने के लिए एक ऐसे मुद्दे को उठा लिया जो इश्लाम में काफी संवेदनशील माना जाता है \ पर क्या कोई भी कानून और धर्म हमें इस बात की इजाजत देता है की उसकी निंदा करने वाले का गला काट दिया जाय \
फ्रांस की घटना भारत के लिए चेतावनी है \ अगर देश का मुश्लिम बुद्दजीवी वर्ग आगे आकर इस तरह की घटनाओं की निंदा नहीं करेगा तो हिन्दुओ में जो एक कट्टर वर्ग है उसे पूरी छूट मिल जायेगी ये बताने के लिए की देखो इस्लाम से बचाना है तो आपको क्या करना है \
इस तरह की कट्टरता भारतीय समाज के लिए बड़ी ही चिंताजनक हो जायेगी क्योंकि ये एक बड़े देश की बात है और यहाँ का समाज अगर बट जाएगा तो स्तिथि ख़राब होती जायेगी \
किसी के भी धर्म के बारे में गलत बात नहीं करनी चाहिए और लोग एक दुसरे के धर्म का आदर करे और साथ चले पर इक्कीसवी सदी की जो सबसे बड़ी समस्या है वो इस्लामिक कट्टरवाद है जो सीरिया , ईरान , इराक , लीबिया , अफगानिस्तान और अब पड़ोस में पकिस्तान में आ पंहुचा है \ जहाँ ये देश कट्टर हो रहे है वही सऊदी अरब जैसा कट्टर देश अब लिबरल हो रहा है \
अब ये बात भी समझनी होगी की इस कट्टरता के पीछे कुछ देशो की साजिश है \ तुर्की अब इस्लामिक देशो का लीडर होना चाहता है जिसके लिए उसने पाकिस्तान पर अपना जाल फेका है \ अब पाकिस्तान जो कट्टरवाद के कारण परेशान है और आर्थिक हालत ऐसे है की अपनी जनता को भर पेट भोजन नहीं दे पा रहा है तो उनको धर्म के सहारे रोकने की कोशिश कर रहा है \
दोनों मिलकर सऊदी अरब की बादशाहत को ख़त्म कर इश्लामिक देशो में अपना अलग रुतबा बनाना चाहते है \
अब पकिस्तान के पास धन नही है पर वो एटमी ताकत है जिसका फायदा तुर्की उठाना चाहता है \ इस लिहाज से पाकिस्तान पुरे विश्व में सबसे खतरनाक देश हो जाता है जो अपनी गरीबी के कारण एटमी ज्ञान को तुर्की जैसे देश से और उत्तर कोरिया के साथ पैसे के लालच में साझा कर सकता है \
अगर वक़्त रहते इन देशो को नहीं रोका गया तो विश्व में तृतीय युद्ध धर्म के नाम पर निश्चित है \