प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार भाद्र शुक्ल तृतीया तिथि मध्यान्ह 12:09 तक फिर चौथ शुरू
भाद्र शुक्ल तृतीया तिथि को किया जाने वाला व्रत हरितालिका तीज व्रत कहलाता है यह व्रत पूजन सुहाग ने पति की दीर्घायु एवं विवाह योग्य कन्या अनुकूल पति प्राप्ति के लिए करती हैं|
प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार हरितालिका तीज पर इस बार हस्त नक्षत्र और अमृत योग का अद्भुत संयोग है भाद्र शुक्ल तृतीया तिथि 5 सितंबर को दिन में 10:05 पर लगेगी जो 6 सितंबर को दिन में 12:09 तक रहेंगे इसके बाद भाद्र शुक्ल चतुर्थ तिथि लगेगी | पूजन का शुभ मुहूर्त प्रातः 6:05 से 8:30 तक है वही 6 सितंबर को रात्रि में चंद्रास्त 7:55 पर होने से इसी दिन डेलहिया चौथ भी होगा किंतु विनायकी गणेश चतुर्थी 7 सितंबर से प्रारंभ होगा हरितालिका तीज का पारन 7 सितंबर को किया जाएगा|
शिव पार्वती की मूर्ति का पूजन तथा कथा कर रात्रि जागरण करने से सौभाग्य की रक्षा होती है तिथि विशेष पर धर्म प्राण स्त्रियों को चाहिए कि हाथ में जल अक्षत पुष्पादि लेकर मन में शिव पार्वती के संयुक्त सिद्धि के लिए हरितालिका तीज व्रत करूंगी यह संकल्प कर भूमि पर मण्डपादि सुशोभित कर पूजा सामग्री एकत्रित कर शिव पार्वती की मूर्ति स्थापित कर विधिवत पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन करें |पूजनोपरांत क्षमा प्रार्थना जरूर कर लेना चाहिए |
ढेलहिया चौथ सनातन धर्म में पांच देवताओं में प्रमुख के साथ ही प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का जन्म भाद्र शुक्ल चतुर्थ को माना जाता है इस बार श्री गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को मनाया जाएगा चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दिन में १२ :०९ लग रही है जो ७ सितम्बर को दिन में ०२ : ०६ बजे तक रहेगी |