भारत के अगले प्रधान न्यायाधीश के तौर पर न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई के नाम पर राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी है। अब वो मौजूदा CJI संजीव खन्ना की जगह लेंगे। जस्टिस गवई 14 मई को देश के 52वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे।
जस्टिस गवई इस समय सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जजों में से एक हैं। सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई अहम और ऐतिहासिक फैसलों में हिस्सा लिया है। जनवरी 2023 में नोटबंदी को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के बहुमत वाले फैसले में भी वो शामिल थे, जिसमें सरकार के पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले को बरकरार रखा गया था।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जस्टिस गवई के नियुक्ति की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई को 14 मई, 2025 से भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जाता है।