चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान आरजेडी द्वारा लगाए गए उन आरोपों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया था कि वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित स्ट्रॉन्ग रूम में कई विधानसभाओं का सीसीटीवी बारी-बारी से बंद किया जाता है। आयोग ने बताया कि जिले के शीर्ष चुनाव अधिकारियों से मामले की जांच कराई गई, जिसमें सभी आरोप निराधार पाए गए।
आयोग के अनुसार, ईवीएम की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी फुटेज की फीड का डिस्प्ले दो जगह लगाया गया है — एक नियंत्रण कक्ष में और दूसरा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए। नियंत्रण कक्ष में डिस्प्ले लगातार चलता रहा, जबकि राजनीतिक दलों के लिए बनाए गए स्थल पर महनार विधानसभा का स्क्रीन ऑटो टाइमआउट के कारण कुछ देर बंद रहा, जिसे तुरंत चालू करा दिया गया।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि सीसीटीवी कंट्रोल रूम में निगरानी बिना किसी बाधा के जारी रही और सभी आरोप तथ्यहीन हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में 11 नवंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।