उर्स में दहेज़ की मांग करने वालों का सामाजिक बहिष्कार करने का संकल्प लिया
कानपुर 06 मार्च हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) हसनी हुसैनी का 49वां सालाना उर्स मुबारक परम्परागत, सदभाव, भाईचारा अमन व हुजूर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की सुन्नतों पर अमल करने व मुल्क से मोहब्बत, इंसानियत को ज़िंदा रखने, दहेज की मांग करने वालों का सामाजिक बहिष्कार करने का संकल्प हाथ उठवाकर लेकर उर्स मनाया गया।
49वाँ उर्स की शुरुआत 04 मार्च बाद नमाज़ ए ईशा जशन ए ईद मिलादुन्नबी के साथ हुई जिसमें उलेमा ए दीन हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की सुन्नतो पर अमल करने के पैगाम को आम करने की बात कही। उर्स के दूसरे दिन 05 मार्च बाद नमाज़ ए मगरिब नज़र अव्वल हज़रत अली करम अल्लाहु वज़हू हुई उसके बाद मज़ार का इत्र चंदन गुलाब से गुलपोशी कर गागर चादर पेशकर महफिल शमा (कव्वाली) फज़िर तक चली।
कुल शरीफ मे फज़िर की नमाज़ के बाद कुरानख्वानी का एहतिमाम किया गया सुबह 10 बजे कुल शरीफ की शुरुआत हुई शोरा ए कराम ने पैगम्बर ए इस्लाम की शान मे नात मनकबत के बाद उलेमा ए दीन ने इमाम हुसैन की विलालद की मुबारकबाद देते हुए हुजू़र व इमाम हुसैन की शान का ज़िक्र किया व उलेमा ए दीन ने हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन शालार शाह (रह०अलै०) के कुल मे मौजूद लोगो से हुजूर पाक के संदेश दहेज़ से दूर रहने व शादी पर फिज़ूल खर्च से बचने पर अमल करें, दहेज की मांग करने वाले का सामाजिक बहिष्कार करने, मुल्क से मोहब्बत करने दहशतगर्द के खात्मे, एकता भाईचारे के समर्थन मे हाथ उठाकर संकल्प लिया।
सलातो सलाम के बाद दुआ हुई जिसमें काज़ी ए शहर मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही ने अल्लाह से सरकार आका मौला, पंजतन पाक, गरीब नवाज़, हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह के सदके मे मुल्क सूबे व शहर मे अमनो अमान कायम रहने, खुशहाली तरक्की देने, यूक्रेन मे अमन कायम रहने, यूक्रेन में फंसे भारतीयों की हिफाज़त करने, दहशतगर्द करने वालों को तबाह करने, कोराना वायरस से मुल्क की हिफाज़त करने की दुआ की दुआ मे शामिल लोगो ने आमीन आमीन आमीन कहा दुआ के बाद लंगर हुआ व विलादत इमाम हुसैन पर शर्बत-पानी मिठाई का वितरण जो शाम तक चलता रहा। कुल मे नगर के सम्मानित नागरिकों व जनप्रतिनिधियों ने उर्स मुबारक मे शामिल होकर एकता भाईचारे का संदेश दिया।
उर्स मे काज़ी ए शहर मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही, इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, हाफिज़ कफील हुसैन खान, सैय्यद मोहम्मद अतहर, हयात ज़फर हाशमी, हाफिज़ मोहम्मद मुशीर, इस्लाम खान चिश्ती, मुनीर अहमद खान, नूर आलम, हाजी निज़ामुद्दीन, अयाज़ अहमद चिशती, तौफीक रेनू, फाज़िल चिश्ती, हबीब आलम, सरफराज अहमद, हाजी मोहम्मद नासिर खान, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद हफीज़, हाफिज़ हसीब अहमद, सैय्यद मोहम्मद तलहा, निज़ाम कुरैशी, अफज़ाल अहमद, रौनक अंसारी, बब्लू खान, समद चिश्ती, फैज़ान अज़हरी, मोहम्मद शाहिद, रज़ा खान, अनवार खान, हाफिज़ मोहम्मद रिज़वान, एजाज़ अहमद, शमशुद्दीन, मम्नून कशफी, मोहम्मद अनस आदि सैकड़ो लोग मौजूद थे।