श्रीमद् भागवत कथा का सात दिवसीय कार्यक्रम के दौरान श्री घट घटा बाबा तीर्थ मलिहाबाद माल भरावन मार्ग पर स्थित जहां श्री द्वारिका नंद जी महाराज कथा का वर्णन करते हुए अपने मुखारविंद से कहते हैं की दुनिया में प्रेम ही है जीवन का आधार प्रेम के बगैर जीवन अधूरा है उन्होंने अपने मुखारविंद उसे कहते हैं प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा उनका मान भले टल जाए पर भक्त का मान न टलते देखा ।
जिन के भय से सागर सत्य उबलते देखा उनको ही यशोदा के भय से अश्रुविन्दु द्रग ढलते देखा । प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा । प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर साग विदुर घर खाते देखा । प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर बेर शबरी के घर खाते देखा ।
प्रबल प्रेम के पाले पड़ कर प्रभु को नियम बदलते देखा ,उनका मान भले टल जाए पर भक्तों का मान न टलते देखा ।
इस प्रकार द्वारका नंद जी महाराज ने प्रेम के शब्द पर अटूट व्याख्यान किया श्रोताओं ने बड़े साहस पूर्वक सुना उन्होंने कहा कि अपने जीवन में प्रेम को उतारें और पशु पक्षी से लेकर मानव प्राणी तक आपस में प्रेम भाव से रहे।
सत्कर्म करते ही अपना जीवन निर्वाह करें यही एक मानव का सच्चा धर्म है इसलिए दुनिया में प्रेम ही है जीवन के आधार से भटकना नहीं चाहिए। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान मुख्य रूप से विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक जय देवी कौशल , रेनू भारती पत्नी राम चरन भाष्कर जिला पंचायत सदस्य, अनीस सिंह ग्राम प्रधान जिन्दाना,राजू सिंह ग्राम प्रधान मवई खुर्द,सियाराम यादब ग्राम प्रधान रायपुर हन्नी खेड़ा का कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा है।