- संगठित अपराधों पर विराम लगाने में मदद मिलेगी- विजय सिंह मीणा
कानपुर। कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने युवाओं को अपने साथ जोड़ने की पहल की है। इसके लिये कमिश्नरेट पुलिस ने 18 से 30 साल तक की युवा पीढ़ी को 'पुलिस युवा मित्र' बनाया है। थानों में पुलिस युवा मित्रों की संख्या 50 से लेकर सौ तक हो सकती है। युवा मित्र बनाने के पीछे पुलिस क्षेत्र में बेहतर समन्वय और स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित करने के की कवायद में हैं। इन युवाओं को आई कार्ड भी जारी किए जाएंगे और समय-समय पर पुलिस युवाओं से मीटिंग करके उन्हें समाज निर्माण में उनकी भूमिका के बारे में भी बताएगें। यह युवा बिल्कुल पीस कमेटी और सिविल डिफेंस के सदस्यों की तर्ज पर काम करेंगे।
बुधवार को रिजर्व पुलिस लाइन में मनोनीत किये गये सभी युवा पुलिस मित्रों को आमंत्रित करके उन्हें पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने संबोधित करके उनकी जिम्मेदारियां बताईं। युवाओं के हुजूम को सम्बोधित करते हुए पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने कहा कि पुलिस कैसी है अच्छी है कि बुरी यह तब पता चलेगा जब आप पुलिस के पास आएंगे। इस गैप को खत्म करने के लिये ही पुलिस युवा मित्र का कांसेप्ट लाया गया है। पुलिसकर्मियों की संख्या अभी कम लगती है, इन युवा मित्रों के आ जाने से वह कई गुना अधिक हो जाएगी। जब यह संख्या इस अनुपात में बड़ेगी तब बाजारों में माँ बहनों के साथ छेड़खानी नहीं होगी और संगठित अपराध को रोकने में मदद मिलेगी। श्री मीणा ने कहा कि समाज मे बुरे लोगों की संख्या बेहद कम होती है लेकिन यह लोग पूरे समाज को डरा के रखते है, ऐसे में जरूरी है कि इनके खिलाफ युवा पुलिस के साथ खड़े हो जाएं। आप सिर्फ पुलिस की आंख, कान बनो बाकी आपके आने से हाथ खुद ब खुद मजबूत हो जाएंगे। आपके आने से कोई भी तीन जून जैसी गड़बड़ करना तो दूर वह इस बारे में सोचेगा भी नहीं। असमाजिक तत्वों को लगेगा की कुछ गड़बड़ न करो कोई न कोई पुलिस का मित्र देख रहा होगा।
अपर पुलिस आयुक्त आनंद कुलकर्णी ने कहा कि युवा देश का भविष्य तय करते हैं और युवा ही शहर का और राष्ट्र का नेतृत्व करते हैं, तो उनसे हमारे बीच का गैप कम करने का प्रयास है पुलिस युवा मित्र। युवा की आवाज से समाज की निगेटिव शक्तियां दब जाती हैं। सँयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा श्जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता हैश् से पुलिस युवा मित्र का कांसेप्ट लाया गया है। यह युवा ताकत कानपुर के पुराने जख्मों को कभी हरा नहीं होने देगी। यह ताकत 3 जून की घटना को कभी दोबारा नहीं होने देगी। वो कमी जिससे बेकनगंज कि घटना हुई वो कमी दोबारा न हो। तो आज से अपने पुराने परिचय में नया परिचय जोड़कर शहर के लिए काम करेंगे। पुलिस युवा मित्र का कांसेप्ट उत्तर प्रदेश में कमिश्नरेट पुलिस का पहला प्रयास है।
जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि कानपुर का नाम देश और दुनिया मे मैनचेस्टर और औद्योगिक नगरी के नाम से जाना जाता है, ऐसे में जब शहर में हिंसा, बलवा, दंगा होता है तो शहर पूरे देश में बदनाम होता है। आप इतनी बड़ी संख्या में पुलिस का साथ देने आए हैं इससे निश्चय ही बदलाव आएगा।
इस अवसर पर सँयुक्त पुलिस आयुक्त आनन्द प्रकाश तिवारी, अपर पुलिस आयुक्त आनन्द कुलकर्णी, जिलाधिकारी विशाख जी, डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार, डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ती आदि अधिकारी और बड़ी संख्या में शहर के सभी थाना क्षेत्रों से आए पुलिस युवा मित्र मौजूद थे। राजीव सिद्धार्थ और जया सील घोष जैसे नामचीन कलाकारांे की मौजदूगी उल्लेखनीय रही।