डीएम ने एडीएम को जांच कर एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश दिए
फर्रुखाबाद। बवना झील के सौंदर्य करण के नाम पर जेसीबी और डंपर तथा ट्रैक्टर ट्राली से झील की ₹6 लाख की मिट्टी बेच ली गई है जब इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की तो जिलाधिकारी ने अपर जिला अधिकारी सुभाष चंद प्रजापतिको इस मामले की जांच सौंप दी है और कहा कि सही तरीके से जांच कर मिट्टी का खनन कर बिक्री करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए जिलाधिकारी के आदेश पर विकास भवन के आला अधिकारियों में खलबली मच गई है।
मुख्य विकास अधिकारी एम अरुनामोली ने ने बवना झील का स्थलीय निरीक्षण किया और नवाबगंज खंड विकास अधिकारी गगनदीप पटेल को निर्देश दिए कि कि मिट्टी किसी भी कीमत पर बेची ना जाए।
बताते चलें कि 26 एकड़ में फैली झील के सुंदरीकरण के लिए ग्राम पंचायत बवना, जिला पंचायत सिंचाई विभाग ,भूमि संरक्षण ,सीएनडीएस, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग जैसी संस्थाओं को इसके सौंदर्य करण की जिम्मेदारी सौंपी गई है तथा इन संस्थाओं को इसमें मनरेगा मजदूरों के अतिरिक्त जेसीबी से कृत्रिम नहरे खोदने के निर्देश भी दिए हैं।
इसकी आड़ में जेसीबी से अंधाधुंध मिट्टी की खुदाई हुई और फिर डंपर और ट्रैक्टर ट्राली में भरकर उसकी बिक्री की गई है यह मिट्टी चंदन नगला मलोखर उमरपुर महमदपुर हसनपुर नवाबगंज बिरोली में डाली गई है।
अभी हाल ही में विकास भवन के सभागार में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें ग्राम प्रधान ने बवना झील की मिट्टी बेचने का आरोप खंड विकास अधिकारी गगनदीप पटेल पर लगाया था श्री पटेल के बचाव में परियोजना निदेशक डीआरडीए राजमणि वर्मा तथा स्वयं मुख्य विकास अधिकारी आ गई थी जिलाधिकारी के पास मामला जाने पर अब विकास भवन के अधिकारियों में खलबली मची हुई है और बचाव में अब अधिकारी मिट्टी ना बेचने की बात कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं