जम्मू-कश्मीर में गणतंत्र दिवस से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

Update: 2024-01-25 14:59 GMT

 गणतंत्र दिवस को लेकर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो।

वहीं गणतंत्र दिवस समारोह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे है। इस वर्ष मुख्य ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि आम आदमी इन समारोहों में शामिल हो और केंद्र शासित प्रदेश में जीवन सामान्य रूप से चले।

सेना और बीएसएफ ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है, जबकि पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती जिलों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जहां आतंकी घटनाएं हो रही हैं।

मुख्य समारोह जम्मू के एम.ए. स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और मार्च की सलामी लेंगे।

जम्मू और श्रीनगर दोनों में कई अतिरिक्त जांच बिंदु बनाए गए हैं जहां वाहनों की जांच की जाती है और आसपास घूम रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनमें बैठे लोगों की तलाशी ली जाती है।

जम्मू और श्रीनगर में प्रवेश मार्गों पर विशेष जांच बिंदु स्थापित किए गए हैं। आम जनता को कम से कम असुविधा हो इस बात पर जोर देकर एरिया डोमिनेशन और सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।

यहां एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, “जनता की सुरक्षा और सामान्य गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना सुरक्षा बलों की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आखिरकार, गणतंत्र दिवस प्रत्येक भारतीय के लिए एक उत्सव है और प्रत्येक नागरिक को इन समारोहों का हिस्सा बनने का अधिकार है।”

घाटी में मुख्य समारोह श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में हो रहा है। बुधवार को जम्मू के एम.ए.स्टेडियम और श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में फुल ड्रेस रिहर्सल हुई।

जम्मू और श्रीनगर के जुड़वां शहरों में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती स्पष्ट है, हालांकि सुरक्षा बलों की बड़ी टुकड़ियों की मौजूदगी से सामान्य जीवन अप्रभावित रहता है।

मानव संसाधन के अलावा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ड्रोन और खोजी कुत्ते भी दो मुख्य समारोह स्थलों और 26 जनवरी को हर जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा होंगे।

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