झांसी। देश के कई शहरों में होने वाले लिट्रेचर फेस्टवल की तर्ज पर अब झांसी में भी होगा बुन्देलखण्ड लिट्रेचर फेस्टिवल। 28 फरवरी से तीन दिन तक आयोजित होने वाला यह फेस्टिवल मुक्ताकांक्षी पर ओयाजित किया जायेगा।
इस संबध में आज आयोजन समिति की पहली बैठक मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा के नेतृत्व में हुई। उन्होंने कहा की इस फेस्टिवल का उदेश्य बुन्देलखण्ड केंद्रित ने होकर कुछ अन्य क्षेत्रों के हस्ताक्षरों एवं कलाओं को भी मंच प्रदान करने का होना चाहिये।
इससे सांस्कृतिक विविधिता का विस्तार तो होगा ही साथ में लोगों में आयोजन को लेकर आकर्षण भी बढ़ेगा। आयोजन संयोजक बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं शिक्षा संस्थान के विभागाध्यक्ष डा. पुनीत बिसारिया ने आयोजन समिति के सभी सदस्यों का परिचय कराया एवं आयोजन की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।
उन्होंने कहा की कार्यक्रम के लिये तीन मंचों का निर्माण किया जायेगा। एक मंच साहित्यिक चर्चा के लिये होगा जिसमें परिचर्चाओं के साथ साथ आपसी संवाद के आधार पर अतिथियों को जानने का अवसर मिलेगा।
दूसरा मंच सांस्कृतिक गतिविधियों के लिये होगा इसमें सांस्कृतिक प्रस्तृतियां दी जाएगीं। एक मंच निथाई, अनौपचारिक संवाद के लिये होगा जिससे दर्शक एवं पाठकगण सीधे संवाद कर सके। इसके साथ ही पचास से अधिक प्रकाशकों के पंडाल की भी लगेगें।
आयोजन में साहित्य, सिनेमा, और मीडिया के साथ साथ अन्य विधाओं के कलाकारों केा भी मंच दिया जाएगा। आयोजन सचिव प्रताप सिंह ने तैयारी एवं आयोजन के लिये वित्त उपलब्धता के संबध में सभी को अवगत कराया।
नीति शास्त्री ने बुन्देलखण्ड में इस प्रकार के आयोजन के महत्व एवं आवश्यकता के संदर्भ में अपने विचार रखे। उन्होंने बताया की लिट्रेचर फेस्टिवल के साथ में ही ललित कला से जुडी कई प्रतियोगिताएं सभी वर्गों के लिये संगा्रहलय मंे आयाजित की जाएंगी।
इस असवर पर बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो देवेश निगम, कुलानुशासक प्रो आर के सैनी, एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक डा मुन्ना तिवारी, संपत्ति अधिकारी डा डी के भटट्, ललित कला विभाग समन्वयक डा श्वेता पाण्डेय, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के समन्वयक एवं आयोजन मीडिया प्रभारी डा कौशल त्रिपाठी, राजकीय संग्रालय से आशा पाण्डेय एवं उमा पराशर, सीफार और सोशल मीडिया प्रमुख सौनम राठौर, अनिल श्रीवास्तव, डा श्रीहरि त्रिपाठी, डा नवीन पटेल, डा मुहम्मद नईम, ई मधुर वर्मा, विनय मिश्रा, नदीम कुरैशी, गोविन्द कुशवाहा, योगिता यादव, यादवेन्द्र सिंह डा विनीत कुमार, राम कुटार, अमरेंद्र शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।