अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मुनाफा पहली तिमाही में 50 प्रतिशत बढ़कर 10,279 करोड़ रुपये हुआ
अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मुनाफा वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 50.1 प्रतिशत बढ़कर 10,279 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, ईबीआईटीडीए पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 32.9 प्रतिशत बढ़कर 22,570 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। कंपनी का मुनाफा बढ़ने की वजह सोलर और विंड मैन्युफैक्चरिंग के साथ एयरपोर्ट और रोड जैसे नए कारोबार का बेहतर प्रदर्शन है।
अदाणी ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ग्रुप के कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर कारोबार (अदाणी एंटरप्राइजेज के तहत आने वाले यूटिलिटी, ट्रांसपोर्ट और इन्फ्रा बिजनेस) ईबीआईटीडीए अप्रैल-जून की अवधि में सालाना आधार पर 41.6 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी ने आगे कहा कि 12 महीने का ट्रेलिंग (टीटीएम) ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 44.9 प्रतिशत बढ़कर 79,180 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि अदाणी एंटरप्राइजेज के तहत आने वाले बिजनेस जैसे सोलर एवं विंड मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन हाइड्रोजन चेन, एयरपोर्ट्स और रोड सेक्टर का प्रदर्शन मजबूत बना हुआ है। ग्रुप आधार पर इनका ईबीआईटीडीए में योगदान 13.3 प्रतिशत है, जो कि एक साल पहले समान अवधि में 7.2 प्रतिशत था।
अदाणी एंटरप्राइजेज के तहत आने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस का ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 69.98 प्रतिशत बढ़ा है। सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस की बिक्री में जून तिमाही में सालाना आधार पर 125 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
यूटिलिटी सेगमेंट का ईबीआईटीडीए 41.44 प्रतिशत बढ़ा है। अदाणी पावर का ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 53.6 प्रतिशत और बिक्री 38 प्रतिशत बढ़ी है। अदाणी ग्रीन एनर्जी का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। जून तिमाही में कंपनी के ईबीआईटीडीए में 30.3 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। वहीं, ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 31 प्रतिशत का विस्तार हुआ है।
कंपनी ने कहा कि खावड़ा-भुज ट्रांसमिशन लाइन (केबीटीएल) पूरी तरह से शुरू हो चुकी है। इससे 3 गीगावाट की ग्रीन पावर की आपूर्ति खावड़ा से शुरू हो चुकी है।
अदाणी पोर्ट्स और एसईजेड का ईबीआईटीडीए जून तिमाही में 29.62 प्रतिशत बढ़ा है। जून तिमाही में रोड बिजनेस के तहत अब तक का सबसे अधिक 730 लेन किलोमीटर का कंस्ट्रक्शन किया गया है। वहीं, एयरपोर्ट्स बिजनेस में भी काफी बढ़त देखी गई है और कंपनी द्वारा संचालित सभी सात एयरपोर्ट्स ने मिलकर पहली बार 9 करोड़ यात्रियों के आंकड़े को पार कर लिया है।