कारोबारी गतिविधियों और विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में वृद्धि से भारत के निजी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था जुलाई में भी बढ़ी है।
एचएसबीसी के सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि नौकरियों के सृजन की रफ्तार भी 18 वर्षों से अधिक समय में सबसे दमदार रही।
वैश्विक बैंक द्वारा किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, जुलाई में प्रमुख फ्लैश कंपोजिट पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) के आंकड़े जून के 60.9 से बढ़कर 61.4 हो गए। हर महीने भारत के विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र के संयुक्त उत्पादन के अंतर को नापने वाला सूचकांक लगातार 36वें महीने वृद्धि क्षेत्र के भीतर रहा।
सर्वेक्षण में कहा गया, 'भारत के निजी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था जुलाई में भी बढ़ी। इससे नए व्यवसायों और मजबूत वृद्धि का संकेत मिलता है। बकाये कार्यों में वृद्धि होने से बीते 18 वर्षों में रोजगार में सर्वाधिक इजाफा हुआ। हालिया नतीजों से यह भी पता चलता है कि सामग्री और श्रम की बढ़ती कीमतों से मुद्रास्फीति पर दबाव बढ़ रहा है