लखनऊ के राम मनोहर लोहिया संस्थान में अमेठी की महिला के साथ दुष्कर्म होने पर बेटी ने की अमेठी के सांसद स्मृति ईरानी से शिकायत।
लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में दुष्कर्म का शिकार हुई महिला शनिवार रात लखनऊ ले जाते समय ही उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई। मामले में पीड़िता की बेटी ने आरोप लगाया कि उसकी मां को बीते दिनों उपचार के लिए डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया जहां अस्पताल के कर्मियों ने उसकी मां के साथ मारपीट समय दुष्कर्म भी किया।
इतना ही नहीं पीड़िता की बेटी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी, तो उसने अपनी बात अमेठी दौरे पर आईं केंद्रीय मंत्री एवं इस संसदीय क्षेत्र से सांसद स्मृति ईरानी को बतायी। ईरानी के निर्देश पर अमेठी के जिलाधिकारी अरुण कुमार ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है।
परिवार की दी गई जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि अमेठी शहर की निवासी महिला को 6 जून से तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती कराया गया था। पीड़िता की बेटी ने बताया कि मां की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उन्हें राम मनोहर लोहिया संस्थान में रेफर कर दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सात जून को उसकी मां को पहले आपातकालीन कक्ष और फिर बाद में चौथी मंजिल पर स्थित बिस्तर संख्या 41 पर रखा गया था, जिसके बाद उसके परिजन को बाहर भेज दिया गया और किसी को उसकी मां से मिलने नहीं दिया जाता था।
बेटी ने आरोप लगाया कि बहुत निवेदन करने पर मुश्किल से मां से मिलने की अनुमति मिली तब उन्होंने बताया कि चिकित्सकों एवं कर्मियों ने उन्हें मारा-पीटा और उनके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जिसके बाद ही पीड़िता को बेहोशी की हालत में शुक्रवार रात वहां से छुट्टी करा कर फिर से जिला अस्पताल गौरीगंज में भर्ती करा दिया गया।
आपको बता दें कि इस घटना की जानकारी अमेठी दौरे पर आई अमेठी के सांसद स्मृति ईरानी को दी। जिसके बाद सांसद ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभी पर इस मामले में कार्यवाही करने का निर्देश दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला अधिकारी अरुण कुमार ने गौरीगंज के उप जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक और सीएमओ की जांच समिति बनाई।
पुलिस की छानबीन के दौरान पता चला कि अमेठी संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज के चिकित्सा अध्यक्ष डॉ पीके उपाध्याय ने बताया कि महिला को ब्लैक फंगस होने के कारण उसका यहां इलाज संभव नहीं था, इसलिए उसे रात में लखनऊ रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी रास्ते में मौत हो गई। महिला जिस वार्ड की निवासी थी, उसके सभासद राजेश तिवारी ने भी पीड़िता की मौत की पुष्टि की है।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सूत्रों ने कहा है कि इस तरह की किसी भी दुष्कर्म की बात सामने नहीं आई है।
नेहा शाह