परेश रावल भारत के प्रतिष्ठित नाट्य स्कूल नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के नये चेयरमैन से लोगो में काफी ख़ुशी है और लोग इस प्रतिष्ठित संस्थान के और बेहतरी की उम्मीद कर रहे है \ १५५९ में संगीत नाटक अकादमी के तहत स्थापित ये संस्थान १९७५ में स्वायत्त संस्थान के रूप में आ गया \ अब ये सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट २१ ऑफ़ १८६० के तहत एक स्वायत्त संस्था है जिसका संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार से वित्तीय मदद मिलती है \
इस संस्थान में आने वाले नाटककारो को काफी गहन ट्रेनिंग से गुजरना होता है और अंत में उन्हें अपना एक नाटक भी लोगो के सामने प्रस्तुत करना होता है \ विश्व में ये अपने तरह का एक अति विशिष्ट संस्थान है जिसने कई बड़े कलाकारों को यहाँ से आगे निकाला है \